रायपुरः राजधानी रायपुर में 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया है. वहीं इसको लेकर रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि ऐसे इवेंट से सरकार सिर्फ कंपनियों के लोगों को खुश करने का काम कर रही है. आदिवासी महोत्सव (Tribal Festival) मनाना है तो ग्रामीण क्षेत्र (Rural Area) में मनाएं और आदिवासी, वनवासी (Tribal, Forest Dweller) लोगों का उद्धार करें.
सत्ता दल के लोग ढ़ा रहे हैं सितम
रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगभग 10 से ज्यादा मामले आ चुके हैं. जिसमें कांग्रेस के लोगों ने अधिकारी, कर्मचारी, जनता के साथ में मारपीट की है. यह बहुत दुर्भाग्य जनक है कि सब सत्ता पार्टी के लोग हैं. सत्ता पार्टी (Power Party) के लोगों में तो और ज्यादा उदारता होनी चाहिए. परंतु उनके द्वारा जिस तरह सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है, आज इस प्रकार से घटनाएं घटित हो रही हैं.
पुलिस में रिपोर्ट लिखाने के बाद भी उन पर कार्रवाई नहीं हो रही है. कहा कि मुझे लगता है कि सत्ता के मद में पूरी पार्टी और सरकार मदहोश हो गई है और मदहोश होकर लोगों को परेशान कर रही है. उन्होंने कांग्रेस के लिए कहा कि आप मदहोश हों परंतु अपने आप में रहो. लोगों को परेशान करने की क्या जरूरत है?
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विधायक ने कहा-आदिवासियों के बीच मनाना चाहिए कार्यक्रम
उन्होंने कहा कि बस्तर, सरगुजा जैसे क्षेत्र जहां आदिवासी वनवासी समाज बड़ी मात्रा में रहता है वहां आदिवासी महोत्सव मनाना चाहिए. उनके जीवन में खुशहाली आना चाहिए. खाली पब्लिसिटी के लिए 10-20 करोड़ों का खर्च करना ठीक नहीं है. उन्होंने पूछा कि रायपुर में कितने आदिवासी, वनवासी आएंगे? अगर आदिवासी महोत्सव करवाना है तो अंतागढ़, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा में करवाएं. रायपुर में आदिवासी महोत्सव सिर्फ कुछ लोगों का सगल है. उसको पूरा करने के लिए और कुछ इवेंट कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए करवाया जा रहा है, वह ठीक नहीं है.
इधर, भाजपा प्रवक्ता गौरी शंकर श्रीवास ने कहा कि कुछ लोगों को सत्ता का अहंकार है. आदिवासी समाज के नेता को अपमानित करने की तैयारी है. राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को ही न्योता नहीं दिया गया.