ETV Bharat / city

सीएम भूपेश की खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा बनीं मास्टरस्ट्रोक, जिला बनाने की तैयारी शुरु - Chief Minister Bhupesh Baghel

खैरागढ़ उपचुनाव (Khairagarh by election) में कांग्रेस के लिए जिला बनाने की घोषणा मास्टरस्ट्रोक बनीं है. इस घोषणा ने पूरे चुनाव का रूख कांग्रेस की तरफ मोड़ दिया कांग्रेस की जीत महज औपचारिकता ही रह गई है.

Preparations started to make Khairagarh a district
सीएम भूपेश की घोषणा बनीं मास्टरस्ट्रोक
author img

By

Published : Apr 16, 2022, 2:24 PM IST

रायपुर : खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतगणना हो रही है . शुरुआती रूझान से साफ है कि यह चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा वर्मा जीत रहीं हैं. कांग्रेस उम्मीदवार की जीत (Congress victory in Khairagarh by election) को देखते हुए जहां एक और पार्टी में खुशी और उत्साह का माहौल है.वहीं दूसरी ओर मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन स्तर पर खैरागढ़ को जिला बनाने की तैयारी भी शुरू हो गई है.

कांग्रेस का मास्टरस्ट्रोक : कांग्रेस ने खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए जारी अपने चुनावी घोषणा पत्र में खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा की थी. जो कांग्रेस के लिए मास्टर स्ट्रोक साबित हुआ है. इसका फायदा भी कांग्रेस को मिला है और यही वजह है कि मतगणना के रुझान को देखते हुए प्रशासन ने देरी न करते हुए खैरागढ़ को जिला बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

जिला बनाने की तैयारियां शुरु : संभावना जताई जा रही है कि इसके लिए सामान्य प्रशासन और राजस्व विभाग के द्वारा तैयारी कर ली है. चुनाव परिणाम आने के बाद 24 घंटे के भीतर जिला गठन का शुरुआती नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा. इसमें नए जिले की सीमा पर दावा-आपत्ति भी मंगाने की प्रक्रिया शामिल होगी. इस जिले का नाम 'खैरागढ़-छुईखदान-गंडई' होने वाला है.

सीएम ने की थी घोषणा : खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के चुनावी जनसभाओं में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) खैरागढ़ को नया जिला बनाने का वादा बार-बार दोहराया है. मुख्यमंत्री ने यहां तक कह दिया था, 16 अप्रैल को खैरागढ़ में कांग्रेस का विधायक बनेगा और 17 अप्रैल को 'खैरागढ़-छुईखदान-गंडई' नया जिला बन जाएगा. अब खैरागढ़ विधानसभा चुनाव में मतगणना के बाद मिल रहे रुझान को देखते हुए साफ हो गया है कि यहां से कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा वर्मा जीत रही है । यही वजह है कि अब मुख्यमंत्री के वादे के मुताबिक खैरागढ़ को जिला बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.

कैसे होता है नए जिले का गठन : नए जिले के गठन का अधिकार पूरी तरह राज्य सरकार के पास होता है. वह किसी क्षेत्र को नया जिला घोषित कर सकती है. सामान्य तौर पर इसे एक कार्यकारी आदेश के जरिए गठित किया जाता है. शुरुआत में प्रस्तावित जिले की सीमाओं आदि विवरण के साथ राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित होती है. इस पर नागरिकों से दावा-आपत्ति मंगाया जाता है. इसकी सुनवाई के बाद जिला गठन की अधिसूचना जारी होती है.

ये भी पढ़ें- रायपुर में जीत से पहले ही कांग्रेस ने मनाया जश्न, राजीव भवन में बजे ढोल, बंटी मिठाईयां

तीन हिस्सों में बंट जाएगा राजनांदगांव : खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के नया जिला (Khairagarh Chhuikhadan Gandai New District) बनने से पुराना राजनांदगांव जिला तीन हिस्सों में बंट जाएगा. इसी जिले में एक नया जिला मोहला-मानपुर-चौकी भी प्रस्तावित है. बताया जा रहा है, अभी राजनांदगांव जिले का क्षेत्र 8 हजार 70 वर्ग किलोमीटर है. प्रस्तावित मोहला-मानपुर-चौकी जिले में अम्बागढ़ चौकी, मोहला और मानपुर तहसीलें चली जाएंगी. वहीं खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में खैरागढ़ और छुईखदान तहसीलों के साथ डोंगरगढ़ तहसील का भी कुछ हिस्सा शामिल हो सकता है. मूल राजनांदगांव जिले में चार तहसीलें राजनांदगांव, डोंगरगढ़, डोंगरगांव और छुरिया शामिल रहेंगी.

रायपुर : खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतगणना हो रही है . शुरुआती रूझान से साफ है कि यह चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा वर्मा जीत रहीं हैं. कांग्रेस उम्मीदवार की जीत (Congress victory in Khairagarh by election) को देखते हुए जहां एक और पार्टी में खुशी और उत्साह का माहौल है.वहीं दूसरी ओर मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन स्तर पर खैरागढ़ को जिला बनाने की तैयारी भी शुरू हो गई है.

कांग्रेस का मास्टरस्ट्रोक : कांग्रेस ने खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए जारी अपने चुनावी घोषणा पत्र में खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा की थी. जो कांग्रेस के लिए मास्टर स्ट्रोक साबित हुआ है. इसका फायदा भी कांग्रेस को मिला है और यही वजह है कि मतगणना के रुझान को देखते हुए प्रशासन ने देरी न करते हुए खैरागढ़ को जिला बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

जिला बनाने की तैयारियां शुरु : संभावना जताई जा रही है कि इसके लिए सामान्य प्रशासन और राजस्व विभाग के द्वारा तैयारी कर ली है. चुनाव परिणाम आने के बाद 24 घंटे के भीतर जिला गठन का शुरुआती नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा. इसमें नए जिले की सीमा पर दावा-आपत्ति भी मंगाने की प्रक्रिया शामिल होगी. इस जिले का नाम 'खैरागढ़-छुईखदान-गंडई' होने वाला है.

सीएम ने की थी घोषणा : खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के चुनावी जनसभाओं में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) खैरागढ़ को नया जिला बनाने का वादा बार-बार दोहराया है. मुख्यमंत्री ने यहां तक कह दिया था, 16 अप्रैल को खैरागढ़ में कांग्रेस का विधायक बनेगा और 17 अप्रैल को 'खैरागढ़-छुईखदान-गंडई' नया जिला बन जाएगा. अब खैरागढ़ विधानसभा चुनाव में मतगणना के बाद मिल रहे रुझान को देखते हुए साफ हो गया है कि यहां से कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा वर्मा जीत रही है । यही वजह है कि अब मुख्यमंत्री के वादे के मुताबिक खैरागढ़ को जिला बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.

कैसे होता है नए जिले का गठन : नए जिले के गठन का अधिकार पूरी तरह राज्य सरकार के पास होता है. वह किसी क्षेत्र को नया जिला घोषित कर सकती है. सामान्य तौर पर इसे एक कार्यकारी आदेश के जरिए गठित किया जाता है. शुरुआत में प्रस्तावित जिले की सीमाओं आदि विवरण के साथ राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित होती है. इस पर नागरिकों से दावा-आपत्ति मंगाया जाता है. इसकी सुनवाई के बाद जिला गठन की अधिसूचना जारी होती है.

ये भी पढ़ें- रायपुर में जीत से पहले ही कांग्रेस ने मनाया जश्न, राजीव भवन में बजे ढोल, बंटी मिठाईयां

तीन हिस्सों में बंट जाएगा राजनांदगांव : खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के नया जिला (Khairagarh Chhuikhadan Gandai New District) बनने से पुराना राजनांदगांव जिला तीन हिस्सों में बंट जाएगा. इसी जिले में एक नया जिला मोहला-मानपुर-चौकी भी प्रस्तावित है. बताया जा रहा है, अभी राजनांदगांव जिले का क्षेत्र 8 हजार 70 वर्ग किलोमीटर है. प्रस्तावित मोहला-मानपुर-चौकी जिले में अम्बागढ़ चौकी, मोहला और मानपुर तहसीलें चली जाएंगी. वहीं खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में खैरागढ़ और छुईखदान तहसीलों के साथ डोंगरगढ़ तहसील का भी कुछ हिस्सा शामिल हो सकता है. मूल राजनांदगांव जिले में चार तहसीलें राजनांदगांव, डोंगरगढ़, डोंगरगांव और छुरिया शामिल रहेंगी.

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.