रायपुर: कोरोना संक्रमण का प्रभाव विधानसभा में भी देखने को मिल रहा है. 25 अगस्त से छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू होने वाली है. कोरोना संक्रमण के बीच सदन की कार्यवाही को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है. सत्र के दौरान सदन में कोरोना संक्रमण के प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. इस बार छत्तीसगढ़ विधानसभा में बैठक व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है. संक्रमण के खतरे को देखते हुए 2 विधायकों के सीट के बीच कांच की दीवार लगाई गई है.
विधानसभा का मानसून सत्र हर साल जुलाई के दूसरे सप्ताह में ही शुरू हो जाता था, लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अगस्त के अंतिम सप्ताह में सदन की कार्यवाही शुरू की जाएगी. इस बार का मानसून सत्र 4 दिनों का है, जो 25 अगस्त से शुरू होकर 28 अगस्त को समाप्त हो जाएगा. कुछ दिनों पहले ही विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने खुद सदन में जाकर तैयारियों का जायजा लिया था. उन्होंने इस दौरान मंत्रियों और विधायकों की सीटों पर लगाए जा रहे ग्लास पार्टिशन को लेकर भी निर्देश दिए हैं. विधानसभा में चल रही तमाम तैयारियों के बाद 20 अगस्त को फाइनल डेमो किया जाएगा.
विधानसभा सत्र की तैयारियां
- कोरोना संक्रमण के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए मानसून सत्र की तैयारियां की गई हैं. इसके लिए विधायकों से लेकर विधानसभा में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है.
- विधानसभा में 2 सीटों के बीच कांच की एक दीवार बनाई गई है. सदन के अंदर विधायकों के लिए एक तरह का केबिन बनाया गया है, जिससे एक विधायक का संपर्क दूसरे से नहीं होगा.
- विधानसभा परिसर के सैनिटाइजेशन और परिसर में प्रवेश द्वार के साथ ही तमाम सार्वजनिक जगहों पर हैंड सैनिटाइजर रखा गया है.
- मानसून सत्र में पत्रकारों और आम लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. बजट सत्र के दौरान अंतिम दिनों में भी इस तरह का प्रयोग किया गया था.
- विधानसभा परिसर में किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. इस दौरान विधायकों के समर्थक विधानसभा नहीं आ पाएंगे.
- विधानसभा की हर कार्यवाही के बाद और हर रात सदन को सैनिटाइज किया जाएगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और नगरीय प्रशासन विभाग को अलर्ट किया गया है.
2 दिन में लगे 579 प्रश्न
विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर लंबे समय से चल रही अटकलों के बाद आखिरकार सत्र को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है. अधिसूचना जारी होने पर सत्र को लेकर विधायकों ने भी तैयारी शुरू कर दी है. 2 दिन में ही विधायकों ने कुल 579 प्रश्न लगा दिए हैं. इसमें तारांकित प्रश्नों की संख्या 304 है. ऐसे में विपक्ष भी सवाल उठा चुका है कि 4 दिनों का मानसून सत्र प्रदेश की तमाम घटनाओं की चर्चा के लिए नाकाफी होगा.
विधानसभा में लगे प्रश्न
- 25 अगस्त मंगलवार- सामान्य प्रशासन, वित्त और ऊर्जा, खनिज साधन, जनसंपर्क, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी, विमानन, सार्वजनिक उपक्रम, जन शिकायत निवारण, वन, आवास एवं पर्यावरण, परिवहन, विधि एवं विधायी कार्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, ग्राम उद्योग.
- 26 अगस्त- पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, 20 सूत्रीय कार्यान्वयन, वाणिज्य कर, गृह, जेल, लोक निर्माण, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व पर्यटन, आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास, स्कूल शिक्षा और सहकारिता.
- 27 अगस्त- वाणिज्य एवं उद्योग, वाणिज्य कर आबकारी, नगरीय प्रशासन एवं विकास, श्रम विभाग, उच्च शिक्षा, कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, खेल एवं युवा कल्याण.
- 28 अगस्त- कृषि एवं प्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मछली पालन, जल संसाधन, अनिकट, संसदीय कार्य महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, वाणिज्य कर, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी और संस्कृति विभाग.