रायपुरः छत्तीसगढ़ में इन दिनों धर्मांतरण का मुद्दा (issue of conversion) लगातार छाया हुआ है. इस मुद्दे को लेकर आए दिन पक्ष-विपक्ष आमने-सामने है. वहीं धार्मिक संगठन (religious organization) भी इस मुद्दे को लेकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. आलम यह है कि कई जगह पर धर्मांतरण (conversion) के मामले को लेकर मारपीट जैसी स्थिति भी निर्मित हो गई है. या यूं कहें कि अब धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़ भी अशांत होता जा रहा है.
देखा जाय तो आखिर ऐसा क्या हुआ कि छत्तीसगढ़ जैसे शांत प्रदेश में अचानक से धर्मांतरण का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. अब तक जिस भाजपा पर भगवान 'राम के नाम पर राजनीति' (politics in the name of ram) करने के आरोप लगते रहे हैं, छत्तीसगढ़ में इस मुद्दे को भी कहीं ना कहीं कांग्रेस (Congress) ने छीन लिया है. क्योंकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस भगवान राम की माता कौशल्या का मंदिर बना रही है. यह मंदिर भी काफी भव्य-रूप में बनाया जा रहा है.
अब कहीं ना कहीं भाजपा को लेकर कहा जा रहा है कि धर्मांतरण के मुद्दे के सहारे ही आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में छत्तीसगढ़ की सत्ता में वापसी कर सकती है. यहीं कारण है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार भाजपा के द्वारा धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर जहां एक और घेराव धरना-प्रदर्शन (Protest), चक्का जाम (traffic jam) किया जा रहा है तो कई जगहों पर थानों में एफआईआर दर्ज (register FIR) कराया जा रहा है. यहां तक की जेल भरो आंदोलन की भी भाजपा (B J P) के द्वारा तैयारी की जा रही है. वहीं दूसरी ओर भाजपा के बड़े नेता इस मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ प्रखर होकर बोलते नजर आ रहे हैं.
धर्मांतरण के खिलाफ उठती रहेगी आवाज
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अमित चिमनानी का कहना है कि कांग्रेस के संरक्षण में प्रदेश में धर्मांतरण हो रहा है इसलिए कांग्रेस इसे मुद्दा नहीं मानती है इसलिए भाजपा के द्वारा धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठाने पर कांग्रेस (Congress) से कहती है कि भाजपा (B J P) इसे मुद्दा बना रही है किसी व्यक्ति को बहला-फुसला कर जबरिया धर्म परिवर्तन (Religion change) कराना उसकी संस्कृति (Culture) छीन लेना है. यह उचित नहीं है और कांग्रेस को यह लगता है कि ऐसा करके भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बोलने से रोक सकती है, तो यह उसकी गलतफहमी है. भाजपा धर्मांतरण के खिलाफ (BJP against conversion) लगातार आवाज उठाने को तैयार है.
भाजपा पर तूल देने का आरोप
वहीं, कांग्रेस का कहना है कि अब भाजपा के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा. क्योंकि छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा अच्छा काम किया जा रहा है. जो काम पिछले 15 साल में नहीं हुआ, वह काम भूपेश सरकार ने महज ढाई सालों में कर दिखाया है. यहीं वजह है कि अब भाजपा अब मुद्दा विहीन हो गई है. कांग्रेस मीडिया विभाग (Congress Media Department) के प्रदेश अध्यक्ष (State President) शैलेश नितिन त्रिवेदी का कहना है कि भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के थूकने वाले बयान के बाद पार्टी धर्मांतरण के मुद्दे को तूल दे रही है, जिससे पुरंदेश्वरी के बयान से जनता का ध्यान भटकाया जा सके. लेकिन भाजपा अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होगी. शैलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा का तो काम ही है 'धर्म को धर्म' से लड़ाना है. धर्मांतरण को लेकर भाजपा द्वारा कराए गए एफआईआर को भी कांग्रेस ने सिरे से नकार दिया. उन्होंने कहा कि धन का लोभ दिखाकर किसी का भी प्रदेश में जबरदस्ती धर्मांतरण नहीं कराया गया है.
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समाज के लिए चिंता का विषय
दूसरी ओर वरिष्ठ पत्रकार रामअवतार तिवारी का भी कहना है कि प्रदेश में धर्मांतरण का मुद्दा इन दिनों जोर पकड़ रहा है. काफी तेजी से धर्मांतरण के मामले सामने आ रहे हैं. रामअवतार तिवारी ने कहा कि ऐसे में अब कहीं न कहीं सरकार के साथ समाज को भी सोचने की जरूरत है कि आखिर लोग धर्मांतरण क्यों कर रहे हैं? इसके पीछे क्या वजह है उस मूल वजह को दूर करने की जरूरत है? रामअवतार तिवारी का यह भी कहना था कि कहीं ना कहीं धर्मांतरण के लिए विदेशों से फंडिंग की जा रही है. यदि ऐसा है तो सरकार को सचेत रहने की जरूरत है और धर्मांतरण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने पर बल दिया जाना चाहिए.