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रायपुर में पान का धंधा हुआ मंदा, बढ़ती महंगाई ने शौकीनों को किया दूर, इधर गुटखे ने जमाया कब्जा

छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में गुटखे का बाजार चरम पर है. गुटखे ने पारंपरिक मुखवासन यानी की पान को रिप्लेस कर दिया (Gutkha replaced paan in Raipur) है. ईटीवी भारत ने ये जानने की कोशिश की है कि क्यों पान के शौकीन अब ना के बराबर हैं.

slowdown in betel business
पान का धंधा हुआ मंदा
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Published : May 2, 2022, 2:26 PM IST

Updated : May 6, 2022, 1:00 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कुछ दिनों पहले पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और विधायक बृजमोहन अग्रवाल का वीडियो वायरल हुआ था. जिसमे रमन सिंह एक पान की दुकान पर जाते हैं.जहां दुकानदार ने उनसे पूछा कि काफी दिनों बाद आ रहे हैं. इसके बाद बृजमोहन और रमन सिंह आपस में बात करके ठहाके लगाते हैं.लेकिन पान दुकानदार के जनप्रतिधिनियों से कहे गए शब्द शायद उसके दर्द को बयां कर रहे थे. क्योंकि सिर्फ रमन सिंह ही नहीं बल्कि आम आदमी भी अब पान के स्वाद को भूलता जा रहा है.

पान का धंधा हुआ मंदा

पान का धंधा हुआ मंदा : एक समय था लोग पान के ठेलों पर आपको जुगाली करते मिल जाते थे. लेकिन वक्त बदला.पैसों कमाने की तेजी और तेजतर्रार लाइफ ने इस पुराने शौक के कद्रदानों को कम कर (Paan business slows down in Raipur) दिया. वहीं रही सही कसर महंगाई ने पूरी कर दी है. आज आलम ये है कि कभी 4 से 5 सौ तक पान बेचने वालों का धंधा सिर्फ 50 पानों में ही सिमटकर रह गया है.

गुटखा ने जमाया कब्जा : पान दुकानें सिर्फ नाम मात्र को रह गईं हैं. दुकानों में पान की जगह रंग-बिरंगी जर्दा पाउच की लड़ियों ने ले (Gutkha replaced paan in Raipur)ली है. मार्केट ऐसा है कि हर तीसरे आदमी के मुंह में गुटखा आपको देखने को मिल जाएगा. सस्ता और सुविधाजनक होने के कारण लोग अपने मुंह की तलब गुटखा डालकर शांत कर लेते हैं. वहीं पान खाने वालों ने अपने कोटे में कटौती कर ली है.

पान बेचने वालों का दर्द : पान की दुकान लगाने वालों का भी मानना है कि महंगाई के कारण अब पान कम बिकते हैं. गुटखा सस्ता होने की वजह से लोग ज्यादा मात्रा में खरीदते हैं.फिलहाल पान बेचने वाले बड़ी मुश्किल से अपनी लागत निकाल पा रहे हैं. वहीं महंगाई के कारण पान के रेट में भी इजाफा हुआ है. रायपुर में मीठा मसाला 25 रुपए, किमाम चटनी 15 और सादा पान 10 से 15 रुपए के बीच बिक रहा है.

पान ग्राहकों की अपील : जो लोग अभी भी पान खाने का शौक पाले हुए हैं. वो आम लोगों से अपील कर रहे हैं कि सादा पान खाकर अपने विचार उच्च किजिए.क्योंकि गुटखा खाने का गंभीर परिणाम आगे चलकर भुगतना पड़ सकता है. वहीं कुछ ग्राहकों का कहना है कि वो पान इसलिए खाते हैं ताकि शरीर में ताजगी आए. ऐसे ग्राहक गुटखे के दुष्परिणाम को जानते भी हैं.
गुटखा सस्ता लेकिन जानलेवा : बहरहाल लगातार बढ़ती महंगाई की वजह से अब पान का धंधा मंदा हो गया है. सिर्फ पूजा पाठ में ही लोग पान का इस्तेमाल करते हैं.लेकिन पान बेचने वालों का मानना है कि जिस पान की जगह गुटखे ने ली है.एक दिन वही गुटखा आपकी जिंदगी को लील लेगा. पान भले ही महंगा हो गया है लेकिन इससे आपके स्वास्थ्य पर कम से कम बुरा असर तो नहीं पड़ेगा.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कुछ दिनों पहले पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और विधायक बृजमोहन अग्रवाल का वीडियो वायरल हुआ था. जिसमे रमन सिंह एक पान की दुकान पर जाते हैं.जहां दुकानदार ने उनसे पूछा कि काफी दिनों बाद आ रहे हैं. इसके बाद बृजमोहन और रमन सिंह आपस में बात करके ठहाके लगाते हैं.लेकिन पान दुकानदार के जनप्रतिधिनियों से कहे गए शब्द शायद उसके दर्द को बयां कर रहे थे. क्योंकि सिर्फ रमन सिंह ही नहीं बल्कि आम आदमी भी अब पान के स्वाद को भूलता जा रहा है.

पान का धंधा हुआ मंदा

पान का धंधा हुआ मंदा : एक समय था लोग पान के ठेलों पर आपको जुगाली करते मिल जाते थे. लेकिन वक्त बदला.पैसों कमाने की तेजी और तेजतर्रार लाइफ ने इस पुराने शौक के कद्रदानों को कम कर (Paan business slows down in Raipur) दिया. वहीं रही सही कसर महंगाई ने पूरी कर दी है. आज आलम ये है कि कभी 4 से 5 सौ तक पान बेचने वालों का धंधा सिर्फ 50 पानों में ही सिमटकर रह गया है.

गुटखा ने जमाया कब्जा : पान दुकानें सिर्फ नाम मात्र को रह गईं हैं. दुकानों में पान की जगह रंग-बिरंगी जर्दा पाउच की लड़ियों ने ले (Gutkha replaced paan in Raipur)ली है. मार्केट ऐसा है कि हर तीसरे आदमी के मुंह में गुटखा आपको देखने को मिल जाएगा. सस्ता और सुविधाजनक होने के कारण लोग अपने मुंह की तलब गुटखा डालकर शांत कर लेते हैं. वहीं पान खाने वालों ने अपने कोटे में कटौती कर ली है.

पान बेचने वालों का दर्द : पान की दुकान लगाने वालों का भी मानना है कि महंगाई के कारण अब पान कम बिकते हैं. गुटखा सस्ता होने की वजह से लोग ज्यादा मात्रा में खरीदते हैं.फिलहाल पान बेचने वाले बड़ी मुश्किल से अपनी लागत निकाल पा रहे हैं. वहीं महंगाई के कारण पान के रेट में भी इजाफा हुआ है. रायपुर में मीठा मसाला 25 रुपए, किमाम चटनी 15 और सादा पान 10 से 15 रुपए के बीच बिक रहा है.

पान ग्राहकों की अपील : जो लोग अभी भी पान खाने का शौक पाले हुए हैं. वो आम लोगों से अपील कर रहे हैं कि सादा पान खाकर अपने विचार उच्च किजिए.क्योंकि गुटखा खाने का गंभीर परिणाम आगे चलकर भुगतना पड़ सकता है. वहीं कुछ ग्राहकों का कहना है कि वो पान इसलिए खाते हैं ताकि शरीर में ताजगी आए. ऐसे ग्राहक गुटखे के दुष्परिणाम को जानते भी हैं.
गुटखा सस्ता लेकिन जानलेवा : बहरहाल लगातार बढ़ती महंगाई की वजह से अब पान का धंधा मंदा हो गया है. सिर्फ पूजा पाठ में ही लोग पान का इस्तेमाल करते हैं.लेकिन पान बेचने वालों का मानना है कि जिस पान की जगह गुटखे ने ली है.एक दिन वही गुटखा आपकी जिंदगी को लील लेगा. पान भले ही महंगा हो गया है लेकिन इससे आपके स्वास्थ्य पर कम से कम बुरा असर तो नहीं पड़ेगा.

Last Updated : May 6, 2022, 1:00 PM IST
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