रायपुर : बस कर्मचारी कल्याण संघ सोमवार को नियमित पेमेंट लागू करने की मांग को लेकर रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार को ज्ञापन सौंपा. बस कर्मचारी कल्याण संघ का कहना है कि कोरोना काल के दौरान इन्हें 3 महीने का गुजारा भत्ता देने की घोषणा कैबिनेट की बैठक में परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर (Transport Minister Mohammad Akbar) ने की थी . लेकिन आज तक बस कर्मचारियों को किसी तरह का कोई भी गुजारा भत्ता नहीं मिल पाया. पूरे प्रदेश में लगभग 10 हजार यात्री बसें हैं .इन बसों में काम करने वाले ड्राइवर कंडक्टर, क्लीनर और हेल्पर की संख्या लगभग 50 हजार है.
बस कर्मचारियों में आक्रोश : बस कर्मचारी कल्याण संघ का कहना है कि यात्री बसों के संचालक फर्जी तरीके से अपने बसों का प्रमाण पत्र बनाकर सरकार और परिवहन विभाग से 2 साल कोरोना काल का अपना टैक्स माफ करवा लिए हैं. लेकिन बस कर्मचारियों को ना ही नियमित पेमेंट हो रहा है और ना ही 3 महीने का कोरोना भत्ता मिल पाया है. यात्री बसों के संचालक परिवहन विभाग और सरकारी अमले को बस कर्मचारियों को डेलीवेजेस में काम करना बताकर किसी भी तरह की राशि का भुगतान नहीं किया. ऐसे में बस कर्मचारियों में नाराजगी और आक्रोश(Outrage of Raipur Bus Employees Union )है.
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बस संचालन बंद करने की चेतावनी : कोरोना काल के दौरान बस कर्मचारी जैसे-तैसे अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर लिए. लेकिन अब उनके सामने रोजी रोटी और घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है. ऐसे में बस कर्मचारी कल्याण संघ आने वाले समय में नवनिर्मित भाटागांव बस स्टैंड में बसों का संचालन बंद करने के साथ ही प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे .