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online betting network in chhattisgarh : ऑनलाइन सट्टेबाजी का दुबई कनेक्शन - mahadev and reddy anna app

raipur crime news छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर ऑनलाइन सट्टे का कारोबार चल रहा है. इसका खुलासा पुलिस कार्रवाई में उजागर हुआ है. बताया जा रहा है कि ऑनलाइन सट्टे के कारोबार में पकड़े गए ज्यादातर आरोपी दुर्ग-भिलाई के रहने वाले हैं. ये सभी आरोपी महादेव और रेड्डी अन्ना एप के माध्यम से सट्टा चला रहे थे.

ऑनलाइन सट्टेबाजी का दुबई कनेक्शन
ऑनलाइन सट्टेबाजी का दुबई कनेक्शन
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Published : Sep 27, 2022, 6:10 PM IST

Updated : Sep 27, 2022, 7:29 PM IST

रायपुर : रायपुर पुलिस ने अलग अलग इलाकों में छापेमार कार्रवाई कर कुल 34 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दुर्ग पुलिस की कार्रवाई में कुल 26 आरोपी पकड़े गए हैं. पुलिस गिरफ्त में आए ज्यादातर आरोपी दुर्ग के है. ऐसे में अब सवाल यह उठ रहा है कि ऑनलाइन सट्टे का दुर्ग जिला क्या केंद्र बिंदु (raipur crime news ) हैं.

ऑनलाइन सट्टेबाजी का दुबई कनेक्शन



कैसे संचालित होता है सट्टा : अगर कोई व्यक्ति महादेव एप की सट्टा संचालित करने के लिए आइडी लेता (mahadev and reddy anna app) है. तो उसके लिए पहले कुछ मोटी रकम जमा करनी होती है. इसके लिए इनके पंटर, बुकी और खाईवाल होते हैं. आइडी मिलने के बाद उन्हें कैसे संचालित करना है इसकी ट्रेनिंग आनलाइन होती है. बाकायदा उसका वीडियो भी बनाकर भेजा जाता है. आईडी लेने के लिए खाईवाल को सबसे पहले 6 करंट एकाउंट और 20 लाख जमा करना होता है. इसके बाद 6 कम्प्यूटर सेट और ऑपरेटर इसमें उपयोग किए जाते हैं. सूत्रों के मुताबिक ऑपरेटर का काम करने वालों को करीब 20 हजार रुपए माह दिया जाता है. वहीं जिसने 20 लाख देकर लिंक लिया है उसे 20 फीसदी दिया जाता है. जो माह में करीब 15 से 20 लाख रुपए होता है.



300 से अधिक खातों का मिला लिंक : ऑनलाइन सट्टे पर की गई कार्रवाई में कई तरह के चौंकानें वाले खुलासे हो रहे हैं. रायपुर पुलिस की जांच में सामने आया है कि 300 से अधिक खातों पर ट्रांजेक्शन होता था. इसी तरह दुर्ग में भी पकड़े गए आरोपियों से लिंक मिल रहा है. पुलिस इन खातों की जांच कर रही है. रायपुर में स्थानिय तीन से चार लोगों के नाम पर खाता है, जबकि बाकि खाता धारकर बिहार, यूपी, दिल्ली और झारखंड जैसे बड़े राज्यों के रहने वाले हैं. पुलिस इन खातों की जांच कर रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले में आगे और भी कई चौकानें वाले खुलासे हो सकते हैं.



निकल रहा दुबई कनेक्शन : रायपुर एएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद हमें कुछ मोबाइल फोन और लैपटॉप मिले थे. उसकी जांच करने पर कुछ खातों की भी जानकारी मिली है. जिसमें पैसे ट्रांसफर होते थे. बैंक से इन खातों का डिटेल मांगा गया है. यह सट्टा पूरी तरह से ऑनलाइन संचालित होता था. चूंकि पकड़े गए सभी आरोपी रायपुर और दुर्ग के रहने वाले हैं. यह गेम पूरी तरह से भारत के बाहर से संचालित होता है. सूत्रों की मानें तो ऑनलाइन सट्टा का पूरा खेल दुबई से संचालित होता है. पुलिस आरोपियों से मिल रही जानकारी के आधार पर आगे की जांच करेगी.

ये भी पढ़ें - रायपुर रिंग रोड में मिला युवक का शव

दुर्ग ऑनलाइन सट्टे का बना केंद्र : रायपुर और दुर्ग में जिस तरह से आनलाइन सट्टे के खिलाफ कार्रवाई हुई है. साथ ही पकड़े गए आरोपियों में ज्यादातर लोग दुर्ग के रहने वाले हैं. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टा का क्या केंद्र दुर्ग है. राज्य के मुखिया भूपेश बघेल ने हाल में डीजीपी से मुलाकात कर ऑनलाइन सट्टे के कारोबार पर अंकुश लगाने के सख्त निर्देश दिए थे. सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से दुर्ग में बढ़ते ऑनलाइन सट्टे की शिकायत की गई है. इसके बाद ही सीएम ने कड़ी कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए हैं. ऐसे में अब देखना होगा कि पुलिस की कार्रवाई में क्या कुछ निकलकर आता है. raipur crime news

रायपुर : रायपुर पुलिस ने अलग अलग इलाकों में छापेमार कार्रवाई कर कुल 34 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दुर्ग पुलिस की कार्रवाई में कुल 26 आरोपी पकड़े गए हैं. पुलिस गिरफ्त में आए ज्यादातर आरोपी दुर्ग के है. ऐसे में अब सवाल यह उठ रहा है कि ऑनलाइन सट्टे का दुर्ग जिला क्या केंद्र बिंदु (raipur crime news ) हैं.

ऑनलाइन सट्टेबाजी का दुबई कनेक्शन



कैसे संचालित होता है सट्टा : अगर कोई व्यक्ति महादेव एप की सट्टा संचालित करने के लिए आइडी लेता (mahadev and reddy anna app) है. तो उसके लिए पहले कुछ मोटी रकम जमा करनी होती है. इसके लिए इनके पंटर, बुकी और खाईवाल होते हैं. आइडी मिलने के बाद उन्हें कैसे संचालित करना है इसकी ट्रेनिंग आनलाइन होती है. बाकायदा उसका वीडियो भी बनाकर भेजा जाता है. आईडी लेने के लिए खाईवाल को सबसे पहले 6 करंट एकाउंट और 20 लाख जमा करना होता है. इसके बाद 6 कम्प्यूटर सेट और ऑपरेटर इसमें उपयोग किए जाते हैं. सूत्रों के मुताबिक ऑपरेटर का काम करने वालों को करीब 20 हजार रुपए माह दिया जाता है. वहीं जिसने 20 लाख देकर लिंक लिया है उसे 20 फीसदी दिया जाता है. जो माह में करीब 15 से 20 लाख रुपए होता है.



300 से अधिक खातों का मिला लिंक : ऑनलाइन सट्टे पर की गई कार्रवाई में कई तरह के चौंकानें वाले खुलासे हो रहे हैं. रायपुर पुलिस की जांच में सामने आया है कि 300 से अधिक खातों पर ट्रांजेक्शन होता था. इसी तरह दुर्ग में भी पकड़े गए आरोपियों से लिंक मिल रहा है. पुलिस इन खातों की जांच कर रही है. रायपुर में स्थानिय तीन से चार लोगों के नाम पर खाता है, जबकि बाकि खाता धारकर बिहार, यूपी, दिल्ली और झारखंड जैसे बड़े राज्यों के रहने वाले हैं. पुलिस इन खातों की जांच कर रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले में आगे और भी कई चौकानें वाले खुलासे हो सकते हैं.



निकल रहा दुबई कनेक्शन : रायपुर एएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद हमें कुछ मोबाइल फोन और लैपटॉप मिले थे. उसकी जांच करने पर कुछ खातों की भी जानकारी मिली है. जिसमें पैसे ट्रांसफर होते थे. बैंक से इन खातों का डिटेल मांगा गया है. यह सट्टा पूरी तरह से ऑनलाइन संचालित होता था. चूंकि पकड़े गए सभी आरोपी रायपुर और दुर्ग के रहने वाले हैं. यह गेम पूरी तरह से भारत के बाहर से संचालित होता है. सूत्रों की मानें तो ऑनलाइन सट्टा का पूरा खेल दुबई से संचालित होता है. पुलिस आरोपियों से मिल रही जानकारी के आधार पर आगे की जांच करेगी.

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दुर्ग ऑनलाइन सट्टे का बना केंद्र : रायपुर और दुर्ग में जिस तरह से आनलाइन सट्टे के खिलाफ कार्रवाई हुई है. साथ ही पकड़े गए आरोपियों में ज्यादातर लोग दुर्ग के रहने वाले हैं. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टा का क्या केंद्र दुर्ग है. राज्य के मुखिया भूपेश बघेल ने हाल में डीजीपी से मुलाकात कर ऑनलाइन सट्टे के कारोबार पर अंकुश लगाने के सख्त निर्देश दिए थे. सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से दुर्ग में बढ़ते ऑनलाइन सट्टे की शिकायत की गई है. इसके बाद ही सीएम ने कड़ी कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए हैं. ऐसे में अब देखना होगा कि पुलिस की कार्रवाई में क्या कुछ निकलकर आता है. raipur crime news

Last Updated : Sep 27, 2022, 7:29 PM IST
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