रायपुर : कोरोना संक्रमण के दौरान मेडिकल स्टाफ फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर काम कर रहा है. मेडिकल स्टाफ 24 घंटे अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इस बीच राजधानी के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल की नर्सों ने कोविड ड्यूटी में भेदभाव करने का आरोप लगाया है. नर्सों का कहना है कि जिन नर्सों की पिछले साल ड्यूटी लगायी गई थी उन नर्सों की ड्यूटी इस साल भी बार-बार लगायी जा रही है. जबकि कई ऐसी नर्स हैं जिनकी एक बार भी कोविड में ड्यूटी नहीं लगायी गई है.
छत्तीसगढ़ में गुरुवार को मिले 13846 नए कोरोना मरीज, 212 की मौत
नर्सों ने शिकायत करते हुए कहा है कि जिन नर्सों ने 2020 में कोरोना की पहली लहर में ड्यूटी की है, उन्हीं नर्सों की ड्यूटी इस बार भी लगाई जा रही है. जबकि 50 से 60 ऐसे स्टाफ नर्स हैं, जिनकी एक बार भी कोरोना ड्यूटी नहीं लगाई गई है. उनका आरोप है कि मैट्रन ऑफिस की ओर से इन नर्सों को संरक्षण दिया जा रहा है. छतीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन के जिला अध्यक्ष एसएस सोनी ने अस्पताल के अधीक्षक को पत्र लिखकर शिकायत की है.
शिकायत में कहा गया है कि मैट्रन से जिन नर्सों की पहचान है उनकी ड्यूटी कोरोना वार्ड में नहीं लगायी जा रही है.अस्पताल की कुछ नर्सों को ही कोरोना सेंटर भेजा जा रहा है. लगातार कोरोना ड्यूटी लगाने से नर्सें शारीरिक और मानसिक रूप से पीड़ित हो रही है.
छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या
छत्तीसगढ़ में गुरुवार को 13 हजार 846 नए कोरोना मरीज मिले हैं. वहीं 212 मरीजों ने दम तोड़ दिया. कोरोना संक्रमण शहरों से गांव की तरफ बढ़ता नजर आ रहा है. रायपुर में लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम देखने को मिले. गुरुवार को रायपुर में 987 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. रायगढ़ में 954 ,कोरबा में 921 और जांजगीर-चांपा में 1324 संक्रमित मरीज मिले हैं. राज्य में एक्टिव मरीजों की आंकड़ा 1,31,245 पहुंच गया.