रायपुर: प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में डॉक्टरों का मानना है कि वैक्सीनेशन ही एकमात्र उपाय है, जिससे संक्रमण की तीव्रता कम हो सकती है. प्रदेश में वैक्सीनेशन भी तेजी से किया जा रहा है. लेकिन वैक्सीन की सेकंड डोज लेने वालों की संख्या अब भी कम है. वैक्सीनेशन में तेजी के लिए रायपुर के दो वैक्सीनेशन सेंटर में रात 10 बजे तक वैक्सीन लगाया जा रहा है. (Night vaccination facility in raipur )
दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक 2 वैक्सीनेशन सेंटर में लगाए जाएंगे वैक्सीन
शुक्रवार से राजधानी में नाइट कर्फ्यू खत्म कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वैक्सीनेशन में तेजी के लिए दो वैक्सीनेशन सेंटर में रात 10 बजे तक वैक्सीन की सुविधा दी जा रही है. आमतौर पर शाम 5 बजे तक वैक्सीनेशन लगाया जा रहा था. लेकिन अब राजधानी के शहीद स्मारक भवन और जिला अस्पताल पंडरी में रात्रि वैक्सीनेशन की सुविधा शुरू की गई है. इन 2 वैक्सीनेशन सेंटर में लोग दोपहर 2बजे से रात 10 बजे तक आकर वैक्सीन लगवा सकते हैं.
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छत्तीसगढ़ में वैक्सीनेशन का आंकड़ा (Vaccination figures in Chhattisgarh )
अब तक प्रदेश में हुए वैक्सीनेशन के आंकड़े की बात की जाए तो अब तक प्रदेश में 3 करोड़ 45 लाख 70 हजार 290 डोज लगाए जा चुके हैं. इसमें से 99% यानी 1 करोड़ 94 लाख 78 हजार 731 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा चुका है. 71% यानी 1 करोड़ 39 लाख 30 हजार 102 लोगों को वैक्सीन का सेकंड डोज लगाया जा चुका है. 3 जनवरी से शुरू हुए 15 से 18 आयु वर्ग के बच्चों का वैक्सीनेशन तेजी से किया जा रहा है. बच्चे भी वैक्सीनेशन को लेकर उत्साहित दिख रहे हैं. 58% यानी 9 लाख 56 हजार 700 बच्चों को वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा चुका है. बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए को-वैक्सीन की स्वीकृति दी गई है. बूस्टर डोज की प्रक्रिया भी 10 जनवरी से शुरू हो चुकी है. फ्रंटलाइन वर्कर, स्वास्थ्यकर्मी और 60 प्लस को-मोबिडिटी के मरीजों को यह बूस्टर डोज लगाए जा रहे हैं. हालांकि बूस्टर डोज लगाने वालों की संख्या काफी कम है. अब तक सिर्फ 17% यानी 2 लाख 04 हजार 757 को ही बूस्टर डोज लगाया गया है.