रायपुर : छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय सहकारी सम्मेलन में पुरस्कार का वितरण (National Cooperative Conference in Raipur) किया. इस कार्यक्रम में देश भर के अलग-अलग सहकारिता से जुड़े लोग शामिल हुए.कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य के लिए अलग-अलग राज्यों से आए लोगों का सम्मान किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत सहकारिता मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम, विधायक सत्यनारायण शर्मा, विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर समेत कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे.
सहकारिता हो मजबूत : सीएम भूपेश (Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel) ने कहा कि '' सहकारिता का विषय राज्य का विषय है, छत्तीसगढ़ में यहां के किसानों की ऋण माफी की गई और जीरो प्रेजेंट ब्याज में ऋण दिया गया. छत्तीसगढ़ में मछली पालन को कृषि का दर्जा दिया गया, इन सभी चीजों का लाभ यहां के लोगों को मिलेगा. साथ ही 90 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी भी की गई.
सहकारिता से जुड़ी कई योजनाएं : सीएम ने कहा कि ''सहकारिता से हमने गोधन न्याय योजना को भी जोड़ा है. अब लघु वन उपज का जहां उत्पादन होगा. उसे भी सहकारिता से जोड़ा जाएगा. सहकारिता को ज्यादा से ज्यादा बिजनेस देने के लिए 13 सौ सोसाइटी को बढ़ाकर 2 हजार किया गया है. धान संग्रहण समिति को 2000 से बढ़ाकर 2300 किया गया. हमारी कोशिश है कि सहकारिता और मजबूत हो.''
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एथेनॉल पर फिर कही बात : जिस तरह से आवारा मवेशियों का समाधान छत्तीसगढ़ राज्य गोधन न्याय के रूप में निकला है. उसी प्रकार से धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति भारत सरकार यदि देती है तो इससे किसानों को लाभ मिलेगा. ज्यादा अनाज वाले राज्यों में एथेनॉल प्लांट लगने से एक बड़ी समस्या का भी समाधान होगा. वहीं किसानों को भी फसल का अच्छा दाम मिलने लगेगा. लेकिन भारत सरकार धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति नहीं दे (CM Bhupesh surrounded the center on ethanol) रही है.