रायपुर: गुरुवार से राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2021 (National Tribal Dance Festival 2021) का आगाज हो गया है. देश के अलग-अलग राज्यों से आए कलाकार अपनी संस्कृति और नृत्य को पेश कर रहे हैं. जो अगले दो दिन और चलेगा. आदिवासी नृत्य महोत्सव के अलावा छत्तीसगढ़ की संस्कृति को लोगों तक पहुंचाने के लिए अलग-अलग विभागों की तरफ से प्रदर्शनी भी लगाई गई है. शिल्प ग्राम अंतर्गत लगाए गए कोसा से बने कपड़ों को लोग बहुत पसंद कर रहे है. कोसा से बने कपड़े की डिमांड ज्यादा है.
4 हजार से 12 हजार रुपये तक की साड़ी
स्टॉल में कोसा से बनी साधारण और डिजाइनर साड़ी (kosa saree )उपलब्ध है. लक्ष्मी कोसा बुनकर स्वसहायता समूह के रोहित कुमार देवांगन ने बताया कि स्टॉल में 4 हजार रुपये से 12 हजार रुपये की साड़ी उपलब्ध है. इसके अलावा कोसा से बने दुपट्टा, जैकेट भी लोग पसंद कर रहे हैं.
एक साड़ी तैयार होने में लगता है 15 से 20 दिन का समय
रोहित कुमार ने बताया स्टॉल में रखी सभी साड़ी हैंड मेड है. एक साड़ी को बनाने के लिए 15 से 20 दिन लगते है. जो काफी मेहनत के बाद तैयार होती है. एक साड़ी को बनाने के लिए पूरा परिवार लगता है. तब जाकर एक साड़ी बनती है. इसी तरह अगर साड़ी में डिजाइन और वर्क ज्यादा है तो 20 से 25 दिन का समय लगता है.
देश-विदेशों में है बहुत डिमांड
रोहित कुमार ने बताया कि कोसा से निर्मित साड़ियों को देश-विदेश में भी बहुत पसंद किया जाता है. छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा से साड़ियां दूसरे प्रदेश और दूसरे देशों में भी जाती है. यहां के कोसा को बहुत अच्छा माना जाता है. इसलिए छत्तीसगढ़ के कोसे की डिमांड विदेशों में भी बहुत है. इसके अलावा स्टॉल में कोसा कपड़े भी उपलब्ध है. 1000 रुपए मीटर के कोसे के कपड़े है. जिन्हें लोग काफी पसंद कर रहे हैं.