रायपुर: महाराष्ट्र के रहने वाले कालीचरण महाराज 85 दिनों से जेल में बंद हैं. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी मामले में रायपुर पुलिस ने कालीचरण को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया था. उसके बाद से कालीचरण रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं. कालीचरण जेल में हर रोज मां काली की स्तुति कर रहे हैं. साथ ही गंभीर अपराध में सजा काट रहे कैदियों को वे धार्मिक उपदेश भी दे रहे हैं. कालीचरण मामले में पुलिस 28 मार्च को चालान पेश करेगी. जेल में कालीचरण के दिन किस तरह कट रहे हैं आइए जानते हैं.
कालीचरण के पास वर्दीधारी, नंबरदार और कैदी बैठकर सुनते हैं उपदेश: कालीचरण महाराज जब से जेल में बंद हैं, उसके बाद से अब तक उन्होंने चार बार अपने परिजनों से फोन पर बात की है. इस बात की पुष्टि कालीचरण के भक्त ने की है. उन्होंने बताया कि 'कालीचरण महाराज जेल में भी धार्मिक उपदेश दे रहे हैं. उन्हें सुनने के लिए पहरी से लेकर नम्बरदार और कैदी झूम जाते हैं. ऐसे में कालीचरण सनातन धर्म के साथ ही हिंदुत्व के लिए लोगों को एकजुट होने की अपील करते हैं'.
महामृत्युंजय का करते है जाप: रायपुर केंद्रीय जेल से हाल ही में पैरोल पर बाहर आए कैदी ने ETV भारत को बताया कि 'कालीचरण सुबह से उठ जाते हैं. रोजाना वे एक्सरसाइज करते हैं. नहाने के बाद मां काली की स्तुति के अलावा महामृत्युंजय मंत्र का भी जाप करते हैं. यह बात उन्हें कालीचरण की बैरक के पास तैनात संतरियों ने बताई है.
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28 को पुलिस पेश करेगी चालान: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में कालीचरण महाराज को जेल में 85 दिन हो चुके हैं. टिकरापारा थाने में उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने दर्ज करवाया था. (Sedition case on Kalicharan Maharaj ) इस मामले में पुलिस ने अभी तक कोर्ट में चालान पेश नहीं किया है. पुरानी बस्ती सीएसपी राजेश चौधरी ने बताया कि 'व्यस्तता की वजह से पुलिस चालान पेश नहीं कर पाई है. हमने 21 मार्च को कोर्ट से एक सप्ताह का समय मांगा था. इसी के तहत अब हम 28 मार्च को कोर्ट में चालान पेश करेंगे'.
महात्मा गांधी पर किया था अभद्र टिप्पणी: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दो दिवसीय धर्म संसद का अयोजन किया गया था. 25 से 26 दिसंबर 2021 तक चलने वाले इस धर्म संसद में देशभर से कई बड़े साधु और संत शामिल हुए थे..इस दौरान 26 दिसंबर को महाराष्ट्र अकोला निवासी कालीचरण महाराज ने भरे मंच से महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्द का प्रयोग किया और राष्ट्रपिता की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को उनकी हत्या को लेकर धन्यवाद ज्ञापित किया था. जिसके बाद से न केवल छत्तीसगढ़ में सियासी सरगर्मी तेज हो गई बल्कि देशभर में यह मामला गरमा गया था.
मध्यप्रदेश के खजुराहो से हुई थी गिरफ्तारी: धर्म संसद में महात्मा गांधी को लेकर अपशब्द बोलने वाले कालीचरण पर राजद्रोह के तहत मुकदमा दर्ज कर खजुराहो से गिरफ्तार किया गया था. छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया था कि 'जांच के दौरान साक्ष्यों के आधार पर कालीचरण के खिलाफ कार्रवाई में धारा 153 ए, 153 बी (1), 295 ए, 505(1) (बी) को भी शामिल किया गया है. बीते साल दिसंबर में रायपुर पुलिस ने कालीचरण को मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार किया था. पुलिस ने बताया था कि अपने खिलाफ केस दर्ज होने के बाद गेस्ट हाउस में छिपा था. जिसे पुलिस ने 30 दिसम्बर को गिरफ्तार किया था.
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महाराष्ट्र में भी दर्ज है मामला: धर्म संसद में महात्मा गांधी पर अपशब्द का प्रयोग करने वाले कालीचरण के खिलाफ सबसे पहला एफआईआर राजधानी रायपुर में 26 दिसंबर को हुआ था. उसके बाद धीरे-धीरे महाराष्ट्र के कई शहरों में कालीचरण के ऊपर एफआईआर दर्ज हुआ. जिसमें अकोला, वर्धा, पुणे, ठाणे समेत कई शहर शामिल हैं.
लोअर,सेसन कोर्ट ने जमानत किया खारिज :कालीचरण महाराज को 30 दिसंबर को कोर्ट में पेश किया गया था. इस दौरान उनके वकीलों द्वारा जमानत याचिका लगाई गई, लेकिन लोअर कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी और उन्हें रायपुर पुलिस को 2 दिन के लिए ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया. रायपुर पुलिस ने 2 दिन के बजाय एक दिन में ही पूछताछ पूरी कर 31 दिसंबर को कालीचरण को कोर्ट में पेश कर दिया. इसके बाद कोर्ट ने उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया. इस बीच कालीचरण के वकीलों द्वारा सेशन कोर्ट में भी जमानत याचिका लगाई गई, लेकिन सेशन कोर्ट ने भी खारिज कर दिया था. अब कालीचरण के वकीलों ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई है. कालीचरण की रिमांड अवधि लगातार बढ़ती जा रही है. 28 मार्च को पुलिस इस मामले में चालान पेश करेगी. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि कालीचरण को जमानत मिलता है या नहीं...!