रायपुर: कोरोना महामारी से पूरा देश जूझ रहा है. कोरोना से जंग में हमारे फ्रंट लाइन वॉरियर लगातार मेहनत कर रहे हैं. दवाओं के साथ-साथ अब दुआओं का दौर भी शुरू हो गया है. राजधानी रायपुर के जैतुसाव मठ में हवन पूजा के माध्यम से कोरोना महामारी से मुक्ति पाने की प्राथर्ना की जा रही है. रोजना सुबह 8:30 से 10:30 बजे तक हवन पूजा की जाती है. कोरोना से मुक्ति पाने के लिए रामचरित मानस का पाठ और महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी किया जा रहा है.
जैतुसाव मठ प्रदेश का सबसे पुराना मठ है. यहां 6 जुलाई से 13 अगस्त तक हवन चलेगा और जन्माष्टमी के दूसरे दिन यानी 13 जुलाई को पूर्णाहुति दी जाएगी. सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार ज्यादा लोगों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. लगभग ना के बराबर श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं, ऐसे में मंदिर के ट्रस्टी ने मिलकर यह फैसला लिया है कि इस दौरान कोविड-19 महामारी को शांत करने के लिए हवन जारी रखा जाएगा.
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मंदिर के ट्रस्टी अजय तिवारी ने बताया कि इन दिनों पूरे विश्व में कोरोना ने कोहराम मचाया हुआ है. ऐसे में हम यहां रामचरित मानस का पाठ कर रहे हैं. साथ ही महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी किया जा रहा है. इसमें कई ऐसे मंत्र शामिल किए गए हैं जो इस महामारी को शांत करने के लिए है.
छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रहे आंकड़े
बता दें, कि छत्तीसगढ़ में मंगलवार को कोरोना के 99 नए पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई थी. राज्य में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 3,415 के पार पहुंच गई है और एक्टिव मरीजों की संख्या 673 से ज्यादा हो गई है. बता दें कि छत्तीसगढ़ में अब तक कोरोना से 14 लोगों की मौत हो चुकी है.