रायपुर: राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ (corona infected patients in raipur) रही है. हर रोज 1 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. चिंता करने वाली बात ये है कि रोजाना मिलने वाले मरीजों में कई ऐसे मरीज हैं, जो अपना पता गलत लिखवा रहे हैं. जिससे उन्हें ट्रेस कर पाना स्वास्थ्य विभाग के लिए मुश्किल साबित हो रहा है. बीते दिनों रायपुर जिला प्रशासन ने टेस्ट करवाने वालों को घर का पूरा पता और दो अतिरिक्त मोबाइल नंबर देना भी अनिवार्य किया था. बावजूद इसके लोग गलत पता दे रहे हैं. ऐसे में प्रशासन ने पहली बार उन लोगों पर FIR करवाई है, जो सरकारी और निजी सेंटरों में कोरोना टेस्ट के बाद पॉजिटिव आते ही गायब हो गए.
19 लोगों पर FIR
प्रशासन की तरफ से लगातार चेतावनी देने के बाद भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं. कोरोना जांच के समय अपना पता और नंबर गलत बता रहे हैं. यह अपराध है. इस अपराध में आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के IPC की धारा 188, 269, 270 के तहत मामला दर्ज किया जाता है. राजधानी के अलग-अलग थानों में 19 ऐसे लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई, जिन्होंने अपना गलत पता दिया और रिपोर्ट में वे पॉजिटिव निकले.
Strictness on covid test in Raipur: कोविड टेस्ट के बाद अब नहीं छुप सकेंगे, जानिए क्यों
रोजाना 10 से 15 प्रतिशत लोग पॉजिटिव आने के बाद हो रहे गायब
रोजाना प्रदेश में करीब 6 हजार संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. इनमें से 10 से 15 प्रतिशत ऐसे लोग हैं, जो जांच के बाद पॉजिटिव आने के बाद अपना फोन बंद कर दे रहे हैं. वे जांच करवाते समय एड्रेस गलत बता रहे हैं, जिससे पॉजिटिव आने के बाद उन्हें ट्रेस करना काफी मुश्किल हो रहा है. गलत पता देने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है.
एपिडेमिक कंट्रोल संचालक डॉ सुभाष मिश्रा ने बताया कि 'कोरोना पॉजिटिव आने के बाद अपनी जानकारी छिपाना खुद के साथ अपने आस-पास के लोगों को भी खतरे में डालने जैसा है. ऐसे लोगों का रिकॉर्ड स्वास्थ्य विभाग मेंटेन कर रहा है. अगर अपने आप वे सामने नहीं आते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी.
छत्तीसगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर: रविवार को मिले 3841 संक्रमित मरीज, 11 की मौत
रायपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या
रायपुर में रविवार को 1018 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले. सबसे ज्यादा 5 मौतें राजधानी में हुई.