रायपुर : कोरोना संकट की घड़ी में शराब दुकानों पर भी तालाबंदी है. लॉकडाउन की वजह से न तो लोग घरों से बाहर निकल पा रहे हैं और ना ही शराब दुकानें खुलीं हैं. इस लॉकडाउन की वजह से लोगों की ये बुरी लत भी छूट रही है. शराब के आदी रहे लोग कह रहे हैं कि उन्होंने शराब के बिना जीना सिख लिया है. सोशल मीडिया में ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है.जिसमें कहा गया है कि शराब न मिलने के बाद भी पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं.
इस विषय पर मेडिकल कॉलेज के डॉ. सुमित श्रीवास्तव का कहना है कि 'रोज शराब पीने वाले व्यक्ति को यदि शराब ना मिले तो उसका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है, लेकिन जब उन्हें शराब मिलने में किसी तरह की दिक्कत आती है और वे मन में ठान ले की अब वे शराब नहीं पीएंगे तो ऐसी स्थिति में कुछ दिन जरूर उनके से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा लेकिन बाद में वे शराब छोड़ने में कामयाब हो सकते हैं'
पारिवारिक विवादों में भी आई कमी
लॉकडाउन ने कई परिवारों के लिए दिक्कतें पैदा की तो कई परिवार इस लॉकडाउन के शुक्रगुजार भी हैं. शराब नहीं पीने की वजह से पारिवारिक विवादों में भी कमी आई है.
शराबबंदी को लेकर प्रदेश में राजनीति गरमाई
प्रदेश में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पहले अपने जन घोषणा पत्र में प्रदेश में शराबबंदी की बात कही थी.लेकिन सत्ता में काबिज होने के बाद शराबबंदी नहीं की गई और बिक्री जारी रखने की बात कही जा रही है. शराबबंदी को लेकर प्रदेश में राजनीति गरमाई हुई है.लॉकडाउन की वजह से बंद हुई शराब दुकान के कारण समाज में सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं. देखना होगा की सरकार आने वाले समय में शराबबंदी को लेकर क्या कदम उठाती है.