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Rakshabandhan 2022 : बिहान महिला स्वसहायता समूह की ईको फ्रेंडली राखियां

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Published : Aug 3, 2022, 4:38 PM IST

छत्तीसगढ़ में रक्षाबंधन को लेकर महिला स्वसहायता समूहों ने विशेष तरह की राखी तैयार की है. इको फ्रेंडली ये राखियां भाईयों की कलाई की शोभा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश (eco friendly rakhi on Rakshabandhan) भी देंगी.

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बिहान महिला स्वसहायता की ईको फ्रेंडली राखियां

रायपुर : भाई-बहनों का पवित्र रक्षाबंधन का त्यौहार इसी माह के 11 अगस्त को मनाया (Rakshabandhan 2022) जाएगा. पावन पर्व रक्षा बंधन को देखते हुए कवर्धा जिले की बिहान महिला स्वसहायता समूह ( eco friendly rakhi of kawardha bihaan women self help) ने भाइयों की कलाइयों में रक्षा बंधन सजाने की पूरी तैयारियां कर ली है. इस बार समूह ने राखियों को ’भोर बंधन’ नाम दिया है, भोरबंधन राखियों की कीमत 20 रूपए से शुरू होकर अलग-अलग वैराटियों में 35 से 40 रूपए तक (Manufacture of bhor Bandhan Rakhi in Kawardha) है.

कहां-कहां बिकेंगी भोर बंधन राखियां : भोर बंधन राखियों की बिक्री के लिए कबीरधाम जिले में सात अलग-अलग कांउटर भी बनाए गए हैं, जिसमें कलेक्टोरेट परिसर, सी-मार्ट और जिले के सभी विकासखण्ड के जनपद पंचायत मुख्यालयों में भोरबंधन ब्रांड की राखियां उपलब्ध रहेगी. यह राखियां आकर्षक तो हैं ही साथ ही राखियों को बनाने के लिए धान, चांवल, गेहूं, लौकी के बीज का उपयोग किया गया (eco friendly rakhi on Rakshabandhan ) है. जिससे इस पावन पर्व का महत्व और बढ़ गया है. पहले ही दिन महिला समूहों की भोरबंधन राखियों की अच्छी बिक्री होने की जानकारी मिली है.



कितनी राखियां की गई है तैयार : महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि उनके समूह ने राखियां बनाने में दोगुनी मेहनत की (Rakshabandhan 2022) है. बहुत कम समय में समूह ने 800 सौ राखियां तैयार की है. बाजार के मांग के आधार पर और बढ़ाई जाएगी. आत्मनिर्भर और स्वालंबन की दिशा में बढ़ रही कबीरधाम जिले की महिला समूह, कम समय में 6 हजार राखियां तैयार की है. कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बताया कि "शासन के आर्थिक विकास व रोजगार मूलक गतिविधियों से जोड़ते हुए 17 सक्रिय महिला स्वसहायता समूहों को राखियां बनाने और उनके लिए स्वतंत्र बाजार उपलब्ध कराने की दिशा में काम किया जा रहा है. वर्तमान में इस समूहों द्वारा भोरबंधन नाम से 6 हजार 600 से अधिक राखियां तैयार कर ली गई. बाजार के मांग के आधार पर समूहों को लगभग 30 हजार राखियां बनाने के लिए तैयार किया जा रहा है.''

रायपुर : भाई-बहनों का पवित्र रक्षाबंधन का त्यौहार इसी माह के 11 अगस्त को मनाया (Rakshabandhan 2022) जाएगा. पावन पर्व रक्षा बंधन को देखते हुए कवर्धा जिले की बिहान महिला स्वसहायता समूह ( eco friendly rakhi of kawardha bihaan women self help) ने भाइयों की कलाइयों में रक्षा बंधन सजाने की पूरी तैयारियां कर ली है. इस बार समूह ने राखियों को ’भोर बंधन’ नाम दिया है, भोरबंधन राखियों की कीमत 20 रूपए से शुरू होकर अलग-अलग वैराटियों में 35 से 40 रूपए तक (Manufacture of bhor Bandhan Rakhi in Kawardha) है.

कहां-कहां बिकेंगी भोर बंधन राखियां : भोर बंधन राखियों की बिक्री के लिए कबीरधाम जिले में सात अलग-अलग कांउटर भी बनाए गए हैं, जिसमें कलेक्टोरेट परिसर, सी-मार्ट और जिले के सभी विकासखण्ड के जनपद पंचायत मुख्यालयों में भोरबंधन ब्रांड की राखियां उपलब्ध रहेगी. यह राखियां आकर्षक तो हैं ही साथ ही राखियों को बनाने के लिए धान, चांवल, गेहूं, लौकी के बीज का उपयोग किया गया (eco friendly rakhi on Rakshabandhan ) है. जिससे इस पावन पर्व का महत्व और बढ़ गया है. पहले ही दिन महिला समूहों की भोरबंधन राखियों की अच्छी बिक्री होने की जानकारी मिली है.



कितनी राखियां की गई है तैयार : महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि उनके समूह ने राखियां बनाने में दोगुनी मेहनत की (Rakshabandhan 2022) है. बहुत कम समय में समूह ने 800 सौ राखियां तैयार की है. बाजार के मांग के आधार पर और बढ़ाई जाएगी. आत्मनिर्भर और स्वालंबन की दिशा में बढ़ रही कबीरधाम जिले की महिला समूह, कम समय में 6 हजार राखियां तैयार की है. कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बताया कि "शासन के आर्थिक विकास व रोजगार मूलक गतिविधियों से जोड़ते हुए 17 सक्रिय महिला स्वसहायता समूहों को राखियां बनाने और उनके लिए स्वतंत्र बाजार उपलब्ध कराने की दिशा में काम किया जा रहा है. वर्तमान में इस समूहों द्वारा भोरबंधन नाम से 6 हजार 600 से अधिक राखियां तैयार कर ली गई. बाजार के मांग के आधार पर समूहों को लगभग 30 हजार राखियां बनाने के लिए तैयार किया जा रहा है.''

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