रायपुर: रायपुर कलेक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने सोमवार को देवेन्द्र नगर पहुंचकर रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा लगाए जा रहे डिजिटल डोर नंबर की विस्तार से जानकारी ली. इस दौरान नगर निगम कमिश्नर व रायपुर स्मार्ट सिटी के एमडी मयंक चतुर्वेदी भी उनके साथ थे. शहर के सभी घरों में डिजिटल डोर नंबर लगाए जाने हैं. रायपुर के 3 लाख 15 हजार घरों पर डिजिटल डोर नंबर लगाए जाने से मकान मालिक को कई सुविधाएं मिलेगी. विभिन्न करों के भुगतान, डोर टू डोर कचरा संग्रहण, नल कनेक्शन सहित 26 तरह की आवश्यक और आपातकालीन सेवाएं घर बैठे आसानी से मिलेगी. इंडसइंड बैंक के साथ मिलकर रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड और रायपुर नगर निगम इस डिजिटल नंबर के माध्यम से सभी सम्पत्ति मालिकों को उनकी सम्पत्ति आईडी भी उपलब्ध करा रहा है.
आपातकालीन व आवश्यक सेवाएं घर बैठे मिलेगी: राजधानी रायपुर के सभी मकानों को डिजिटल डोर नंबर के जरिए एक यूनिक आईडी देकर सुविधाओं को हाईटेक बनाने का काम किया आज रहा है. डिजिटल डोर नंबर के माध्यम से मकान मालिक को ई गवर्नेंस माड्यूल से जुड़ी 26 सेवाएं घर पर लगे यूनिक डिजिटल प्लेट में छपे क्यूआर कोड को स्कैन करने से बड़ी आसानी से मिलेगी.
25 जून 2022 को हुआ करार: महापौर एजाज ढेबर की मौजूदगी में इंडसइंड बैंक और रायपुर स्मार्ट सिटी के बीच 25 जून 2022 को करार हुआ था. अब इस योजना पर कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है. कलेक्टर डॉ. भुरे ने शहर में लगाए रहे इस महत्वपूर्ण और हाईटेक व्यवस्था की विस्तृत जानकारी ली. उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा है कि निर्धारित समय अवधि में सभी घरों में यूनिक नंबर लगाया जाना सुनिश्चित करें.
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रायपुर के हर घर में यूनिक आईडी नंबर: रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड प्रबंध संचालक मयंक चतुर्वेदी ने बताया कि "सभी मकानों का अलग से एक यूनिक नंबर तैयार कर क्यूआर कोड के साथ प्लेट के रूप में घर घर लगाया जा रहा है. इस यूनिक नंबर से सम्पत्ति कर, डोर टू डोर कचरा संग्रहण, नल कनेक्शन, नामांतरण, भवन अनुज्ञा, नियमितीकरण सहित 26 जरूरी सेवाओं के साथ साथ, पुलिस, एम्बुलेंस, फ़ायर ब्रिगेड की आपातकालीन सेवाएं घर बैठे मिलेगी.''
क्या कहते है रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारी: रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड प्रबंध संचालक मयंक चतुर्वेदी के मुताबिक ''घर की स्पष्ट पहचान होने से डोर टू डोर डिलीवरी सुविधा भी इससे आसान हो जाएगी. इसके अलावा इस डिजिटल नंबर के माध्यम से सभी संपत्ति मालिकों को अपना संपत्ति आईडी भी मिलेगा. रायपुर के देवेन्द्र नगर सेक्टर से डिजिटल डोर नंबर लगाने की शुरूआत कर दी गई है. 6 माह में सभी घरों में डिजिटल डोर नंबर लगा दिए जाएंगे."