रायपुर : अंबेडकर जयंती के मौके पर छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी , राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश , प्रदेश सह प्रभारी नितिन नवीन रायपुर पहुंचे और भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया.माल्यार्पण कार्यक्रम के बाद प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी (BJP state in charge D Purandeshwari) भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंच कर भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक ली. बैठक में प्रदेश प्रभारी ने अब तक हुए कार्यों की समीक्षा की. इसके साथ ही आने वाले दिनों में प्रदेश में होने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा की गई.
भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत से डरी कांग्रेस : प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने बताया कि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी है. आने वाले दिनों में प्रदेश में कहां-कहां कार्यक्रम होने हैं और उन कार्यक्रमों में प्रदेश के सभी बड़े नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. सभी नेताओं को अपने बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम करना है. खैरागढ़ में उपचुनाव (Khairagarh by election) को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने काफी ज्यादा मेहनत की है और इसी का परिणाम है कि कांग्रेस के सभी मंत्री खैरागढ़ उपचुनाव में उतर आए और मजबूरन मुख्यमंत्री को खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा करनी पड़ी , यह हमारे कार्यकर्ताओं के मेहनत का ही नतीजा है..
मेहनत करेगी भाजपा : पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को जिन इलाकों में बहुमत नही मिला वहां ज्यादा मेहनत की बात पुरंदेश्वरी ने कही है. पुरंदेश्वरी के मुताबिक भाजपा कोशिश करेगी कि जिन इलाकों में पिछले चुनाव के दौरान हमारे अच्छे रिजल्ट नहीं आए उन इलाकों में पार्टी को संगठित किया जा सके. प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी पूरे प्रदेश के जिलों में दौरा करेंगे. पुरंदेश्वरी ने कहा जैसे मैंने बस्तर , नारायणपुर और बीजापुर में दौरा किया इसी तरह प्रदेश सह प्रभारी नितिन नवीन ने सरगुजा में दौरा किया है. और धीरे-धीरे हम सभी जिलों का दौरा कर रहे हैं.
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केंद्र की योजनाओं की समीक्षा करने पहुंच रहे केंद्रीय मंत्री : केंद्रीय मंत्री जो प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जा रहे हैं वह यह देखने जा रहे हैं कि जो केंद्र से अलग-अलग योजनाओं को लेकर प्रदेश में पैसे दिए जाते हैं क्या उनका क्रियान्वयन उन योजनाओं को लेकर हो रहा या नहीं हो रहा है. अलग-अलग योजनाओं को लेकर अलग-अलग फंड प्रदेश को दिए जाते हैं और केंद्रीय मंत्री यही समीक्षा करने प्रदेश में आ रहे हैं. कांग्रेस को इसमें घबराने की क्या जरूरत है? वह क्यों डर रहे हैं? उनको तो बल्कि केंद्रीय मंत्री की मदद करनी चाहिए और यह बताना चाहिए कि उन्होंने केंद्रीय योजनाओं को लेकर कहां-कहा कितना डेवलपमेंट किया है