रायपुरः राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने बुधवार को राज्यों में अपराध (Crime) से संबंधित अपनी रिपोर्ट (Report) जारी की. इस रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमण (corona infection) और लाॅकडाउन (lockdown) के बावजूद भी राज्य में अपराधिक गतिविधियों (criminal activities) में कोई कमी नहीं आई. आंकड़ों पर गौर करें तो साल 2019 के सापेक्ष 2020 में 3, 960 आपराधिक मामले अधिक सामने आए.
एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में साल 2018 में 60178 और इसके अगले साल 2019 में 1078 मामलों की बढ़ोत्तरी के साथ कुल 61256 मामले दर्ज किए गए थे. लेकिन इसी के अगले साल यानी वर्ष 2020 में राज्य भर में 65216 आपराधिक मामले दर्ज किए गए.
2020 में राज्य में हुए अपराध पर एक नजरः
दहेज हत्या | 71 |
हत्या | 901 |
हिट एंड रन के मामले | 1749 |
महिला हिंसा | 1187 |
बलात्कार | 1210 |
बलात्कार की कोशिश | 118 |
चोरी | 2987 |
लूट | 498 |
डकैती | 84 |
धोखाधड़ी | 362 |
साल भर तक अपराध से कराहता रहा पूरा प्रदेश
देखा जाय तो एनसीआरबी की आपराधिक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020 में छत्तीसगढ़ महिलाओं से हिंसा (violence against women), बलात्कार (rape), हत्या (the killing), लूट (booty), चोरी (Theft), डकैती (Robbery), धाेखाधड़ी (Fraud) आदि आपराधिक वारदातों (criminal offenses) के बोझ तले कराहता रहा. एक तरफ सरकार कोरोना संक्रमण के मद्देनजर समय-समय पर लाॅकडाउन की घोषणा करती रही. लोग घरों में कैद थे. सड़कों पर आवागमन बंद था. इधर, दुनिया में संलिप्त अपराधी बेखौफ (criminal fearless) अपराधों को अंजाम देते रहे. राज्य में एक ही साल में बढे़ अपराध के ग्राफ बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में अपराधियों का मनोबल किस कदर बढ़ा हुआ है और पुलिस प्रशासन (police administration) इस पर अंकुश लगाने में नाकाम रही है.