रायपुरः रायपुर में कोरोना संक्रमण के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसके साथ ही पॉजिटिव होने के बाद लापता होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. राजधानी में कोरोना संक्रमण के संदिग्ध अधिकांश लोगों ने अपना फोन नंबर और पता गलत बताया है. जिसके कारण कॉन्ट्रैक्ट रेसिंग करने वाली टीम को परेशानी हो रही है. जिला प्रशासन, स्वास्थ विभाग और रायपुर स्मार्ट सिटी की टीम द्वारा ने अनट्रेस मरीजों को ढूंढने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. अधिकारियों ने बताया कि राजधानी में कोरोना संक्रमण के साथ ही अनट्रेस मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है.
लापता संदिग्ध लोगों को खोजने में जुटा समूह
होम आइसोलेशन की नोडल अंजली शर्मा ने बताया रायपुर नगर निगम के 70 वार्डों में लापता हुए संक्रमित मरीजों ट्रेसिंग करने 30 महिला समूह की मदद ली जा रही है. समूह द्वारा लापता संक्रमितों हो की खोज में मदद भी मिल रही है.
दंतेवाड़ा कलेक्टर व एसपी पहुंचे अति संवेदनशील नाहड़ी, जन चौपाल में सुनी ग्रामीणों की समस्या
गलत पता बता रहे हैं लोग
राजधानी में पिछले 2 हफ्तों में 12000 से ज्यादा मरीज मिले हैं. उनमें रोजाना 270 से 300 संक्रमित मरीजों की सही जानकारी नहीं होती. अब तक 700 से अधिक लोगों ने अपना मोबाइल नंबर गलत दिया है. 300 से अधिक लोगों ने अपना पता गलत बताया है. 270 लोगों ने अपना मोबाइल खुद ही बंद करके रखा हुआ है. अधिकारियों ने बताया कि लगातार लोगों की ट्रेसिंग चल रही है और आकडे़ भी बदलते रहते हैं.
महामारी एक्ट के तहत भी हो रही कार्रवाई
ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज जिन्होंने अपनी पहचान छुपाई है और जो लापरवाही कर रहे हैं, ऐसे लोगों पर कलेक्टर द्वारा महामारी एक्ट अधिनियम के तहत कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. अब तक महामारी एक्ट के तहत 19 लोगों पर एफआईआर दर्ज के निर्देश दिए गए हैं.