रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कोरोना वायरस को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया है. सीएम भूपेश बघेल ने देश में अंतर्राज्यीय आवागमन शुरू करने से पहले कोविड-19 के प्रसार की स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए ठोस उपाय सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. सीएम ने अपने पत्र में कहा है कि अंतर्राज्यीय आवागमन शुरू करने से पहले इस बारे में व्यापक विचार-विमर्श कर ठोस उपाय लागू किए जाने चाहिए.
सीएम ने पीएम मोदी को पत्र में लिखा है कि 'देश वर्तमान में कोविड-19 की आपदा से जूझ रहा है. छत्तीसगढ़ देश के सर्वप्रथम राज्यों में से एक है, जहां 18 मार्च को कोविड-19 का पहला मरीज मिलने के बाद 21 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई थी और आदेश अनुसार राज्य में 14 अप्रैल तक पूरी तरह से लॉकडाउन लागू रहेगा'.
'छत्तीसगढ़ में जनसहयोग से नियंत्रण में स्थिति'
सीेएम भूपेश ने छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के नियंत्रण के उपायों के संबंध में पत्र में लिखा है कि 'छत्तीसगढ़ राज्य में 4 अप्रैल 2020 तक कुल 1590 लोगों के सैंपल लिए गए थे, जिनमें से 1375 लोगों के परिणाम नेगेटिव रहे, 205 की जांच जारी है और 10 लोग कोविड-19 वायरस से पीड़ित पाए गए थे. इन 10 लोगों में से अब तक 8 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. अब शेष 2 मरीजों की हालत सामान्य बनी हुई है. राज्य में अभी तक कोविड-19 वायरस से किसी की भी मृत्यु नहीं हुई है और ना ही कोई गंभीर रूप से संक्रमित है'.
आवागमन बहाल होने से पहले करें ठोस उपाय: सीएम बघेल
भूपेश बघेल ने बताया कि राज्य शासन की ओर से किए गए उपायों और अनुशासित जनसहयोग से अभी तक स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन देश के अन्य भागों में कोविड-19 वायरस पीड़ितों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है, ऐसे में संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि होने की संभावना है. देश में अगर 14 अप्रैल के बाद ट्रेन, वायु यातायात और अंतर्राज्यीय सड़क परिवहन शुरू किया जाता है, तो यह संभावना है कि छत्तीसगढ़ राज्य में अन्य राज्यों से संक्रमित व्यक्ति आ सकते हैं, जिससे छत्तीसगढ़ को नई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इस तरह की स्थितियां अन्य राज्यों में भी होने की पूरी संभावना है.
सीएम बघेल ने पीएम से अनुरोध किया है कि अंतर्राज्यीय आवागमन को प्रारंभ करने का निर्णय लेने से पहले व्यापक विचार-विमर्श कर ऐसे ठोस उपाय कर लिए जाएं ताकि पूरे देश में कोविड-19 के प्रसार की स्थिति नियंत्रण में रखी जा सके.