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छत्तीसगढ़ विधानसभा मॉनसून सत्र 2022 : जानिए कब होंगी विधानसभा में बैठकें ?

छत्तीसगढ़ में मॉनसून सत्र की अधिसूचना जारी कर दी गई (Chhattisgarh Vidhan Sabha Monsoon Session) है. इस बार मॉनसून सत्र 20 जुलाई से शुरु हो रहा है.

Chhattisgarh Vidhan Sabha Monsoon Session 2022
छत्तीसगढ़ विधानसभा मॉनसून सत्र 2022
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Published : Jun 23, 2022, 4:24 PM IST

Updated : Jun 23, 2022, 7:48 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की अधिसूचना जारी कर दी (Chhattisgarh Vidhan Sabha Monsoon Session)गई है. मानसून सत्र की शुरुआत 20 जुलाई को होगी. इस बार सत्र में 6 बैठकें होंगी. अधिसूचना जारी होने के बाद, विपक्ष ने सत्र का समय बढ़ाये जाने की मांग की है.

विपक्ष ने की मॉनसून सत्र के दिन बढ़ाने की मांग

कम से कम दस दिन का हो मानसून सत्र : छत्तीसगढ़ विधानसभ के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Leader of Opposition Dharamlal Kaushik)ने कहा कि "जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है, तब से विधानसभा सत्र के समय को, कम कर दिया गया है." कौशिक ने कहा कि "चर्चा के लिए समय कम होने की वजह से, कई जरूरी विषयों पर चर्चा ही नहीं हो पाती." नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मानसून सत्र की भी, अवधि बढ़ाने की मांग की है. कौशिक ने कहा है कि " मानसून सत्र में कम से कम 10 दिन का समय चर्चा के लिए दिया जाना चाहिए.


बढ़ते अपराध और किसानों से जुड़े मुद्दे उठेंगे सत्र के दौरान : छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बताया कि "उनकी पार्टी के विधायक, मानसून सत्र में खाद की कमी, प्रदेश में लगातार बढ़ रहे अपराध, सहित कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करना चाहते हैं." कौशिक का आरोप है कि " सरकार प्रदेश के गंभीर विषयों पर भी चर्चा करने से बचना चाहती है."

बीजेपी शासनकाल में सत्र का समय होता था कम : छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक सत्यनारायण शर्मा (Congress MLA Satyanarayan Sharma) ने कहा है कि " प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी, जब सत्ता में थी, तब मानसून सत्र कितने दिनों का रहता था. इस बात को भी बीजेपी के विधायक जानते हैं."


सत्र की समय सीमा तय करना अध्यक्ष का विशेषाधिकार : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक सत्यनारायण शर्मा ने यह भी कहा कि " मानसून सत्र में, 6 दिनों का कार्य दिवस, किसी भी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए काफी है.सत्र की समय सीमा तय करना, विधानसभा अध्यक्ष का विशेषाधिकार होता है.भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की बातें निराधार है, अगर उन्हें किसी विषय पर चर्चा करनी होगी, तब सदन की कार्यवाही की निर्धारित सीमा, बढ़ाई भी जा सकती है." शर्मा ने कहा कि " कई महत्वपूर्ण मामलों पर पहले भी तय समय सीमा बढ़ाकर, देर रात तक चर्चा हुई है." कांग्रेसी विधायक शर्मा ने कहा कि "ऐसे में, बीजेपी विधायकों की मांग वाजिब नहीं है''

अधिसूचना में क्या है जानकारी : अधिसूचना में लिखा है - ''छत्तीसगढ़ की पंचम विधान सभा का चौदहवां सत्र बुधवार, दिनांक 20 जुलाई, 2022 से प्रारंभ होकर बधवार दिनांक 27 जलाई, 2022 तक रहेगा. इस सत्र में कुल 06 बैठकें होंगी. इस सत्र में वित्तीय कार्य के साथ ही अन्य शासकीय कार्य सम्पादित किये जायेंगे.''

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की अधिसूचना जारी कर दी (Chhattisgarh Vidhan Sabha Monsoon Session)गई है. मानसून सत्र की शुरुआत 20 जुलाई को होगी. इस बार सत्र में 6 बैठकें होंगी. अधिसूचना जारी होने के बाद, विपक्ष ने सत्र का समय बढ़ाये जाने की मांग की है.

विपक्ष ने की मॉनसून सत्र के दिन बढ़ाने की मांग

कम से कम दस दिन का हो मानसून सत्र : छत्तीसगढ़ विधानसभ के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Leader of Opposition Dharamlal Kaushik)ने कहा कि "जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है, तब से विधानसभा सत्र के समय को, कम कर दिया गया है." कौशिक ने कहा कि "चर्चा के लिए समय कम होने की वजह से, कई जरूरी विषयों पर चर्चा ही नहीं हो पाती." नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मानसून सत्र की भी, अवधि बढ़ाने की मांग की है. कौशिक ने कहा है कि " मानसून सत्र में कम से कम 10 दिन का समय चर्चा के लिए दिया जाना चाहिए.


बढ़ते अपराध और किसानों से जुड़े मुद्दे उठेंगे सत्र के दौरान : छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बताया कि "उनकी पार्टी के विधायक, मानसून सत्र में खाद की कमी, प्रदेश में लगातार बढ़ रहे अपराध, सहित कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करना चाहते हैं." कौशिक का आरोप है कि " सरकार प्रदेश के गंभीर विषयों पर भी चर्चा करने से बचना चाहती है."

बीजेपी शासनकाल में सत्र का समय होता था कम : छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक सत्यनारायण शर्मा (Congress MLA Satyanarayan Sharma) ने कहा है कि " प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी, जब सत्ता में थी, तब मानसून सत्र कितने दिनों का रहता था. इस बात को भी बीजेपी के विधायक जानते हैं."


सत्र की समय सीमा तय करना अध्यक्ष का विशेषाधिकार : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक सत्यनारायण शर्मा ने यह भी कहा कि " मानसून सत्र में, 6 दिनों का कार्य दिवस, किसी भी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए काफी है.सत्र की समय सीमा तय करना, विधानसभा अध्यक्ष का विशेषाधिकार होता है.भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की बातें निराधार है, अगर उन्हें किसी विषय पर चर्चा करनी होगी, तब सदन की कार्यवाही की निर्धारित सीमा, बढ़ाई भी जा सकती है." शर्मा ने कहा कि " कई महत्वपूर्ण मामलों पर पहले भी तय समय सीमा बढ़ाकर, देर रात तक चर्चा हुई है." कांग्रेसी विधायक शर्मा ने कहा कि "ऐसे में, बीजेपी विधायकों की मांग वाजिब नहीं है''

अधिसूचना में क्या है जानकारी : अधिसूचना में लिखा है - ''छत्तीसगढ़ की पंचम विधान सभा का चौदहवां सत्र बुधवार, दिनांक 20 जुलाई, 2022 से प्रारंभ होकर बधवार दिनांक 27 जलाई, 2022 तक रहेगा. इस सत्र में कुल 06 बैठकें होंगी. इस सत्र में वित्तीय कार्य के साथ ही अन्य शासकीय कार्य सम्पादित किये जायेंगे.''

Last Updated : Jun 23, 2022, 7:48 PM IST
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