रायपुर: छत्तीसगढ़ में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है. साल दर साल अपराध का ग्राफ बढ़ते जा रहा है. महिलाएं भी राज्य में सुरक्षित नहीं है. दुष्कर्म की घटनाओं की बात करें, तो देश भर छत्तीसगढ़ 12वें नंबर पर है. यह बात हम नहीं बल्कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी National Crime Records Bureau) की ओर से मंगलवार को जारी की गई रिपोर्ट कह रही है. इस रिपोर्ट के अनुसार साल 2021 में 1093 दुष्कर्म के मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें सर्वाधिक 18 से 30 आयु वर्ग के हैं. ये वो आंकड़ें हैं, जिनके मामले थानों में दर्ज हैं. जो बेहद ही चिंता जनक है.
बुजुर्गों के लिए सेफ नहीं छत्तीसगढ़: एनसीआरबी की ओर की जारी की गई रिपोर्ट से यह साफ है कि छत्तीसगढ़ मेंं वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के लोग) के लिए देश में दूसरा सबसे असुरक्षित (Chhattisgarh unsafe for senior citizens) राज्य है. 92.3 अंकों के साथ मध्य प्रदेश वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ अपराध मामले में द्बेश में सबसे आगे है. इसके बाद छत्तीसगढ़ 70 अंको के साथ बुजुर्गों के लिए देश में दूसरा सबसे असुरक्षित राज्य है. हिमाचल प्रदेश 59.6 के साथ तीसरे स्थान पर है. बुजुर्गों पर अपराध की राष्ट्रीय औसत की दर प्रति लाख जनसंख्या पर 25.1 है. जिससे छत्तीसगढ़ में वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ अपराध राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है.
दुष्कर्म के मामले में 12 वें नंबर पर छत्तीसगढ़: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने मंगलवार को राज्यों में अपराध से संबंधित अपनी रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के मुताबिक दुष्कर्म के मामलों में छत्तीसगढ़ 12 वें नंबर पर है. वहीं अन्य राज्यों की बात करें तो राजस्थान में सर्वाधिक दुष्कर्म के मामले दर्ज किए हैं. राजस्थान में 6337, मध्यप्रदेश 2947, उत्तर प्रदेश 2845, महाराष्ट्र 2496, असम 1733, हरयाणा 1716, ओड़िसा 1456, झारखंड 1425, दिल्ली 1250, आंध्रप्रदेश 1188 और वेस्ट बंगाल में 1123 मामले दर्ज हुए हैं. जबकि छत्तीसगढ़ में 1093 मामले पंजीबद्ध हुए हैं.
18 से 30 आयु वर्ग की महिलाएं सर्वाधिक दुष्कर्म की शिकार : एनसीआरबी के रिपोर्ट (NCRB Report) की आंकड़ों पर गौर करें, तो दुष्कर्म का सर्वाधिक शिकार 18 से 30 आयु वर्ग के लोग हुए हैं. जिनकी संख्या 769 है. इनसे अधिक यानी 45 साल तक की 278 महिलाएं दुष्कर्म का शिकार हुई हैं. जबकि 45 से अधिक आयु यानी 60 वर्ष तक की 40 महिलाएं दुष्कर्म का शिकार हुई हैं. इन आंकड़ों पर गौर करें तो कुछ केसेस ऐसे भी दर्ज किए गए हैं, जो शर्मनाक हैं. इसका मतलब 60 से अधिक उम्र की महिलाओं के साथ दुष्कर्म के 6 मामले दर्ज किए गए हैं.
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छत्तीसगढ़ में अपराधिक मामले बढ़े : एनसीआरबी के रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में अपराधिक मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है. राज्य में आईपीसी और स्पेशल एंड लोकल लॉ में 2019 में 96561 और इसके अगले साल 2020 में 6612 मामलों की बढ़ोत्तरी देखी गई. जिसमें कुल 103173 मामले दर्ज किए गए थे. लेकिन इसी के अगले साल वर्ष 2021 में राज्य भर में 110633 अपराधिक मामले दर्ज किए गए. ये वो मामले हैं, जिन्हें संज्ञेय अपराध की श्रेणी में रखा गया है.
बच्चों के खिलाफ भी बढ़े अपराध: छत्तीसगढ़ में बच्चों के साथ होने वाले अपराध भी कम नहीं हुए हैं. साल दर साल यह आंकड़ें बढ़ते जा रहे हैं. एनसीआरबी की क्राइम अगैन चिल्ड्रेंस आईपीसी और स्पेशल एंड लोकल लॉ के तहत छत्तीसगढ़ में साल 2019 में 5665, 2020 में 5056 और 2021 में 6001 मामले दर्ज किए गए थे. इस लिहाज से साल 2021 में बच्चों के खिलाफ भी अपराध बढ़ा है. इनमें बच्चों से मारपीट, प्रताड़ना, साइबर क्राइम संबंधी मामले शामिल हैं.
साल भर अपराध से कराहता रहा प्रदेश: गौर करें तो एनसीआरबी की आपराधिक रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में वर्ष 2021 में महिलाओं से हिंसा, दुष्कर्म, हत्या, लूट, चोरी, डकैती, धोखाधड़ी आदि आपराधिक वारदातों के बोझ तले कराहता रहा. बदमाश बेखौफ होकर अपराधों को अंजाम देते रहे. एनसीआरबी की रिपोर्ट इस बात की गवाही दे रही है कि छत्तीसगढ़ में अपराधियों का मनोबल किस कदर बढ़ा हुआ है. पुलिस प्रशासन इस पर अंकुश लगाने में नाकाम रही है.