रायपुर: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत देश के सभी स्वास्थ्य मंत्रियों की वर्चुअल बैठक सोमवार को बुलाई गई. बैठक में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी हिस्सा लिया. बैठक में 2025 तक किस तरह भारत को टीबी मुक्त बनाया जाए इन बातों पर चर्चा की गई. बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा " हमारी कोशिश 2025 के पहले छत्तीसगढ़ को टीबी मुक्त बनाने की है. " Ranking of Chhattisgarh in TB Eradication Program
नेशनल टीबी उन्मूलन प्रोग्राम के तहत छत्तीसगढ़ बेहतर स्थान पर: स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा " केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से मुख्य रूप से टीबी के संबंध में बैठक आयोजित की गई थी. नेशनल टीबी उन्मूलन प्रोग्राम देश में लॉन्च हुआ है. टीबी मुक्त देश का लक्ष्य 2030 तक था. उसको अब 2025 करने का निर्णय लिया गया है. अभी देश में जो टीबी मुक्त अभियान चल रहा है, उसमें हम अभी थोड़े पीछे हैं. देश में तीसरे नंबर के टीबी के मरीज पाए जाने वाले राज्य की स्थिति में हम हैं. "National TB Eradication Program
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एनटीईपी के परफॉर्मेंस के अनुसार छत्तीसगढ़ की स्थिति बेहतर: सिंहदेव ने कहा " एनटीईपी के परफॉर्मेंस के अनुसार ड्रग्स रेजिस्टेंट टेस्टिंग का राष्ट्रीय औसत 57 है. छत्तीसगढ़ में 48 है. ड्रग्स रेजिस्टेंट टेस्टिंग का मतलब ऐसे टीबी के मरीज जिनको दवाई देने पर भी उपचार नहीं हो पाता. डायबिटीज के पेशेंट जो नोटिफाइड हो गए हैं. राष्ट्रीय औसत 89 है. छत्तीसगढ़ 90 परसेंट पर है. एचआईवी टेस्टिंग जिनको नोटिफाई किए गए हैं राष्ट्रीय औसत 94 परसेंट का है. छत्तीसगढ़ 97 पर है. ट्रीटमेंट सक्सेस रेट राष्ट्रीय औसत 84.1 का है. छत्तीसगढ़ में 85.3 है. तुलनात्मक राष्ट्रीय औसत के अनुसार छत्तीसगढ़ की स्थिति अभी अच्छी दिखती है लेकिन लोगों के बीच में जागरूकता लाना जरूरी है. "