रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय जनजाति साहित्य महोत्सव का आयोजन किया गया है. इस आयोजन में देशभर के जनजाति साहित्यकार जुटेंगे. इस बात की जानकारी आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने रायपुर के सर्किट हाउस में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान दी. इसकी शुरुआत पंडित दीनदयाल आडिटोरियम में 19 अप्रैल से होगी जो 21 अप्रैल तक चलेगा. तीन दिवसीय राष्ट्रीय जनजातीय साहित्यकार महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे. इस महोत्सव में जनजातीय नृत्य प्रदर्शन, कला एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन होगा. इसके अलावा पुस्तक मेला, विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी.
रायपुर में जनजाति साहित्य महोत्सव का आयोजन: आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि 'इस आयोजन में प्रदेश के ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों के भी साहित्यकार शामिल होंगे. जिसमें झारखंड, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मेघालय, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के साहित्यकारों के शामिल होने की जानकारी भी आ गई है.
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पंडित दीनदयाल आडिटोरियम में जनजाति साहित्य महोत्सव: राजधानी रायपुर में देशभर के जनजातीय साहित्यकारों का कुंभ का आयोजन किया जा रहा है. आदिमजाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के तत्वाधान में आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव में राज्य के विभिन्न अंचलों के जनजातीय समुदाय के प्रबुद्ध व्यक्तियों, समाज प्रमुखों, साहित्यकारों और कला मर्मज्ञों को भी आमंत्रित किया जा रहा है. इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे. इसमें बस्तर बैंड का प्रदर्शन, बाल कलाकार सहदेव नेताम और जनजातीय नृत्य मुख्य आकर्षण होगा. इस आयोजन की प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.