रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुताबिक प्रदेश के वनवासियों के हित को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने अहम निर्णय लिया है. राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में 25 से बढ़ाकर अब 31 लघु वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर करने का फैसला लिया है. इन लघु वनोपजों में वन तुलसी बीज, वन जीरा बीज, इमली बीज, बहेड़ा कचरिया, हर्रा कचरिया तथा नीम बीज को शामिल किया गया है.
इन निर्धारित समर्थन मूल्य में होगी खरीदी
निर्धारित समर्थन मूल्य के मुताबिक इनमें वन तुलसी बीज 16 रुपए, वन जीरा बीज 70 रुपए, इमली बीज 11 रुपए, बहेड़ा कचरिया 20 रुपए, हर्रा कचरिया 25 रूपए तथा नीम बीज 27 रुपए प्रति किलोग्राम की दर पर खरीदी की जाएगी. हर्रा कचरिया के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य 23 रुपए में राज्य सरकार द्वारा 2 रुपए की वृद्धि करते हुए 25 रुपए प्रति किलोग्राम निर्धारित किया गया है.
समर्थन मूल्य पर खरीदी की व्यवस्था
राज्य में इसके पहले साल 2018 तक मात्र 7 लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी की व्यवस्था की गई थी. वर्तमान सरकार द्वारा वनवासियों को लघु वनोपजों के जरिए बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने वाले लघु वनोपजों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी करते हुए अब 31 लघु वनोपजों कर दी गई है. इससे वनांचल में रहने वाले लोगों को जहां बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा. वही उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी.
25 लघु वनोपजों की खरीदी
राज्य में इसके पहले खरीदी की जाने वाली 25 लघु वनोपजों में साल बीज, हर्रा, ईमली बीज सहित, चिरौंजी गुठली, महुआ बीज, कुसुमी लाख, रंगीनी लाख, काल मेघ, बहेड़ा, नागरमोथा, कुल्लू गोंद, पुवाड़, बेल गुदा, शहद और फूल झाडू, महुआ फूल (सूखा), जामुन बीज (सूखा), कौंच बीज, धवई फूल (सूखा), करंज बीज, बायबडिंग और आंवला (बीज सहित) और फूल ईमली (बीज रहित), गिलोय और भेलवा की खरीदी की जा रही थी. राज्य सरकार द्वारा कुसुमी लाख, रंगीनी लाख और कुल्लू गोंद की खरीदी में समर्थन मूल्य के अलावा अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है.