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रायपुर: ऑड-ईवन फॉर्मूले का व्यापारी कर रहे विरोध, विपक्ष ने भी साधा निशाना

सरकार ने बाजारों को ऑड-ईवन के हिसाब से खोले जाने का फैसला लिया है. सरकार के इस फैसले से जहां व्यापारी वर्ग नाराज है, वहीं दुकानों के खुलने से लोगों ने राहत की सांस ली है. इस बीच शराब दुकानों के लिए 5 दिनों का समय और जरूरत के सामानों के लिए 3 दिन का समय सभी के विरोध की वजह बन गया है.

Aud Even formula applied in the market
बाजार में लागू ऑड इवन फार्मूला
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Published : May 13, 2020, 11:37 PM IST

Updated : May 14, 2020, 3:37 PM IST

रायपुर: लॉकडाउन की वजह से कई दुकानदारों और कारोबारियों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में लॉकडाउन के तीसरे चरण में धीरे-धीरे कुछ व्यवसायों को छूट मिलने लगी है. इसी क्रम में दिल्ली की तर्ज पर छत्तीसगढ़ सरकार ने ऑड-ईवन प्रणाली के तहत बाजारों को खोलने का फैसला किया है. सरकार के इस फैसले पर व्यापारी वर्ग ने नाराजगी जताई है. व्यापारियों का कहना है कि सरकार शराब दुकानों को 5 दिन तक खोलने की अनुमति दे रही है, लेकिन किराना और कपड़ा दुकानों को 3-4 दिनों तक ही खोलने की अनुमति दे रही है.

ऑड-ईवन फॉर्मूले का विरोध

21 मई से छत्तीसगढ़ में 'राजीव गांधी किसान न्याय योजना', किसानों को मिलेगा सीधा लाभ

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए रायपुर जिला प्रशासन ने ऑड ईवन की तर्ज पर कारोबारियों को दुकान खोलने का टाइम टेबल जारी किया है. जिला प्रशासन के इस आदेश के मुताबिक राशन की दुकानें सप्ताह में 3 दिन खुलेंगी, जबकि मिठाई, बेकरी और शराब दुकानों को खोलने के लिए 5 दिन की अनुमति दी गई है. वहीं मटन-मुर्गा की दुकानों को पूरे हफ्ते खुले रखने का आदेश जारी किया गया है. जिला प्रशासन के इस निर्णय पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.

आम लोगों को तीन साल के लिए सेना में शामिल करने का विचार कर रही सरकार

व्यापारियों ने जताई नाराजगी

सबसे बड़े कपड़ा बाजार पंडरी में ETV भारत की टीम ने व्यापारियों से बात की, तो उनमें इस फैसले को लेकर नाराजगी साफ देखने को मिली. व्यापारियों ने आपत्ति जताई है कि शादियों का सीजन है, ऐसे में अगर एक दिन एक लाइन की दुकानें और दूसरे दिन अगले लाइन की दुकानें खुलेंगी, तो इससे व्यापारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ेगा. व्यापारियों ने कहा कि दुकान के बाहर सैनिटाइजर और सभी व्यवस्था होने के बावजूद सरकार दोहरा मापदंड अपना रही है.

ये है आदेश

गाइडलाइन के मुताबिक लगातार बाजार को खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन जरूरत के मुताबिक इन दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है. आदेश के मुताबिक सब्जी, फल, दूध, पनीर की दुकानें रोज सुबह 6 बजे से 12:00 बजे तक खोली जा सकती हैं. वहीं इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल, मोबाइल, फैंसी स्टोर, ब्यूटी पार्लर, हेयर कटिंग, बर्तन, सराफा इन दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है. शराब दुकानों को खोलने के लिए 5 दिन की अनुमति दी गई है.

बीजेपी ने किया विरोध

दुकानों को खोलने को लेकर बीजेपी ने सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी ने कहा कि सरकार जरूरी चीजों को छोड़कर अनावश्यक चीजों पर ज्यादा ध्यान लगा रही है. शराब दुकानों को खोलने के लिए 5 दिन की अनुमति दी गई है, जबकि कपड़ा और किराना दुकानों को खोलने 3 से 4 दिन का समय दिया गया है. वहीं बाजार खुलने से लोगों ने राहत की सांस ली है और लोग इसके लिए सरकार को धन्यवाद भी कर रहे हैं.

एक ओर जहां प्रशासन की इस गाइडलाइन को लेकर कारोबारियों में नाराजगी है, वहीं आम लोग भी हैरान हैं. दैनिक उपयोग की चीजों के लिए 3 दिन का समय देना और शराब दुकानों को 5 दिन तक खोलकर रखना सभी के लिए हैरानी का विषय बना हुआ है.

रायपुर: लॉकडाउन की वजह से कई दुकानदारों और कारोबारियों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में लॉकडाउन के तीसरे चरण में धीरे-धीरे कुछ व्यवसायों को छूट मिलने लगी है. इसी क्रम में दिल्ली की तर्ज पर छत्तीसगढ़ सरकार ने ऑड-ईवन प्रणाली के तहत बाजारों को खोलने का फैसला किया है. सरकार के इस फैसले पर व्यापारी वर्ग ने नाराजगी जताई है. व्यापारियों का कहना है कि सरकार शराब दुकानों को 5 दिन तक खोलने की अनुमति दे रही है, लेकिन किराना और कपड़ा दुकानों को 3-4 दिनों तक ही खोलने की अनुमति दे रही है.

ऑड-ईवन फॉर्मूले का विरोध

21 मई से छत्तीसगढ़ में 'राजीव गांधी किसान न्याय योजना', किसानों को मिलेगा सीधा लाभ

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए रायपुर जिला प्रशासन ने ऑड ईवन की तर्ज पर कारोबारियों को दुकान खोलने का टाइम टेबल जारी किया है. जिला प्रशासन के इस आदेश के मुताबिक राशन की दुकानें सप्ताह में 3 दिन खुलेंगी, जबकि मिठाई, बेकरी और शराब दुकानों को खोलने के लिए 5 दिन की अनुमति दी गई है. वहीं मटन-मुर्गा की दुकानों को पूरे हफ्ते खुले रखने का आदेश जारी किया गया है. जिला प्रशासन के इस निर्णय पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.

आम लोगों को तीन साल के लिए सेना में शामिल करने का विचार कर रही सरकार

व्यापारियों ने जताई नाराजगी

सबसे बड़े कपड़ा बाजार पंडरी में ETV भारत की टीम ने व्यापारियों से बात की, तो उनमें इस फैसले को लेकर नाराजगी साफ देखने को मिली. व्यापारियों ने आपत्ति जताई है कि शादियों का सीजन है, ऐसे में अगर एक दिन एक लाइन की दुकानें और दूसरे दिन अगले लाइन की दुकानें खुलेंगी, तो इससे व्यापारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ेगा. व्यापारियों ने कहा कि दुकान के बाहर सैनिटाइजर और सभी व्यवस्था होने के बावजूद सरकार दोहरा मापदंड अपना रही है.

ये है आदेश

गाइडलाइन के मुताबिक लगातार बाजार को खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन जरूरत के मुताबिक इन दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है. आदेश के मुताबिक सब्जी, फल, दूध, पनीर की दुकानें रोज सुबह 6 बजे से 12:00 बजे तक खोली जा सकती हैं. वहीं इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल, मोबाइल, फैंसी स्टोर, ब्यूटी पार्लर, हेयर कटिंग, बर्तन, सराफा इन दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है. शराब दुकानों को खोलने के लिए 5 दिन की अनुमति दी गई है.

बीजेपी ने किया विरोध

दुकानों को खोलने को लेकर बीजेपी ने सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी ने कहा कि सरकार जरूरी चीजों को छोड़कर अनावश्यक चीजों पर ज्यादा ध्यान लगा रही है. शराब दुकानों को खोलने के लिए 5 दिन की अनुमति दी गई है, जबकि कपड़ा और किराना दुकानों को खोलने 3 से 4 दिन का समय दिया गया है. वहीं बाजार खुलने से लोगों ने राहत की सांस ली है और लोग इसके लिए सरकार को धन्यवाद भी कर रहे हैं.

एक ओर जहां प्रशासन की इस गाइडलाइन को लेकर कारोबारियों में नाराजगी है, वहीं आम लोग भी हैरान हैं. दैनिक उपयोग की चीजों के लिए 3 दिन का समय देना और शराब दुकानों को 5 दिन तक खोलकर रखना सभी के लिए हैरानी का विषय बना हुआ है.

Last Updated : May 14, 2020, 3:37 PM IST
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