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BJP support to irregular workers : बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने कांग्रेस सरकार से की मांग - दैनिक वेतनभोगियों के आंदोलन को बीजेपी का समर्थन

BJP support to irregular workers दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारियों की हड़ताल को बीजेपी का समर्थन मिल रहा है. प्रदर्शन स्थल पर बीजेपी प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि दैनिक वेतनभोगियों की मांगों को पूरा करे.

बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने कांग्रेस सरकार से की मांग
बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने कांग्रेस सरकार से की मांग
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Published : Sep 16, 2022, 12:50 PM IST

Updated : Sep 16, 2022, 2:29 PM IST

रायपुर: प्रदेश की राजधानी रायपुर में दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ अपनी 2 सूत्रीय मांग को लेकर पिछले 26 दिनों से प्रदेश व्यापी अनिश्चितकालीन आंदोलन पर हैं. इस दौरान प्रदेश के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी सरकार को जगाने के लिए अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. गुरुवार को वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी सड़क पर अर्धनग्न होकर जमकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए.

बीजेपी का मिला समर्थन : दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी के इस अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन करने भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे थे.इस दौरान उन्होने कहा कि ''कांग्रेस सरकार ने चुनाव के पूर्व गंगाजल की सौगंध खाकर सरकार बनने के 10 दिनों के भीतर अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था जो आज तक पूरा नहीं हो सकता.''


भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि "कांग्रेस की सरकार बनने के पहले सरकार ने कहा था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही 10 दिनों के भीतर अनियमित कर्मचारियों को नियमित कर दिया जाएगा. लेकिन सरकार बने आज 4 साल हो रहे हैं और अब तो कांग्रेस सरकार को नियमितीकरण कर देना चाहिए. जनता जनार्दन ने भाजपा को विपक्ष की भूमिका दी है ऐसे में भारतीय जनता पार्टी जो भी कर्मचारी लड़ाई लड़ रहे हैं उनका साथ देना और उनकी आवाज को बुलंद करना सड़क से सदन तक की लड़ाई लड़ना विपक्ष की जिम्मेदारी और काम है."क्या है वन कर्मचारियों की 2 सूत्रीय मांग : वन विभाग में दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम करने वाले कर्मचारियों की 2 सूत्रीय मांग जिसमें पहली मांग स्थायीकरण और दूसरी मांग नियमितीकरण का है. इन कर्मचारियों का कहना है कि जो कर्मचारी 2 साल की सेवा पूर्ण कर लिए हैं. उन्हें स्थाई किया जाए और जो दैनिक वेतन भोगी 10 वर्ष की सेवा पूरा कर चुके हैं. उन्हें नियमित किया जाए.

प्रदेश में कितने दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी : पूरे प्रदेश में वन विभाग में दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या लगभग 6500 हैं . इन कर्मचारियों को वेतन के रूप में प्रतिमाह महज 9 हजार रुपये ही वेतन मिलता है. ये सभी वन विभाग में वाहन चालक कंप्युटर ऑपरेटर रसोईया और बेरियर का काम करने के साथ ही जंगल का काम देखते हैं.

रायपुर: प्रदेश की राजधानी रायपुर में दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ अपनी 2 सूत्रीय मांग को लेकर पिछले 26 दिनों से प्रदेश व्यापी अनिश्चितकालीन आंदोलन पर हैं. इस दौरान प्रदेश के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी सरकार को जगाने के लिए अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. गुरुवार को वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी सड़क पर अर्धनग्न होकर जमकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए.

बीजेपी का मिला समर्थन : दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी के इस अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन करने भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे थे.इस दौरान उन्होने कहा कि ''कांग्रेस सरकार ने चुनाव के पूर्व गंगाजल की सौगंध खाकर सरकार बनने के 10 दिनों के भीतर अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था जो आज तक पूरा नहीं हो सकता.''


भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि "कांग्रेस की सरकार बनने के पहले सरकार ने कहा था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही 10 दिनों के भीतर अनियमित कर्मचारियों को नियमित कर दिया जाएगा. लेकिन सरकार बने आज 4 साल हो रहे हैं और अब तो कांग्रेस सरकार को नियमितीकरण कर देना चाहिए. जनता जनार्दन ने भाजपा को विपक्ष की भूमिका दी है ऐसे में भारतीय जनता पार्टी जो भी कर्मचारी लड़ाई लड़ रहे हैं उनका साथ देना और उनकी आवाज को बुलंद करना सड़क से सदन तक की लड़ाई लड़ना विपक्ष की जिम्मेदारी और काम है."क्या है वन कर्मचारियों की 2 सूत्रीय मांग : वन विभाग में दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम करने वाले कर्मचारियों की 2 सूत्रीय मांग जिसमें पहली मांग स्थायीकरण और दूसरी मांग नियमितीकरण का है. इन कर्मचारियों का कहना है कि जो कर्मचारी 2 साल की सेवा पूर्ण कर लिए हैं. उन्हें स्थाई किया जाए और जो दैनिक वेतन भोगी 10 वर्ष की सेवा पूरा कर चुके हैं. उन्हें नियमित किया जाए.

प्रदेश में कितने दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी : पूरे प्रदेश में वन विभाग में दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या लगभग 6500 हैं . इन कर्मचारियों को वेतन के रूप में प्रतिमाह महज 9 हजार रुपये ही वेतन मिलता है. ये सभी वन विभाग में वाहन चालक कंप्युटर ऑपरेटर रसोईया और बेरियर का काम करने के साथ ही जंगल का काम देखते हैं.

Last Updated : Sep 16, 2022, 2:29 PM IST
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