रायपुरः मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज प्रदेश के सभी कलेक्टरों की बैठक बुलाई है. इसके बाद आईजी, एसपी की बैठक रखी गई है. इस बैठक का उद्देश्य यह माना जा रहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों को यह बता दिया जाए कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में ही प्रदेश में सरकार चलेगी और उनके हिसाब से ही प्रशासनिक काम (Administrative Work) किया जाना है.
इस तरीके से कहा जा सकता है कि भूपेश बघेल ही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहेंगे. इस कुर्सी पर फिलहाल बदलाव के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं. पिछले कुछ महीने से लगातार ढाई-ढाई साल के फार्मूले के तहत मुख्यमंत्री के बदलने को लेकर चर्चा है. इस दौरान कई बार ऐसी स्थिति निर्मित हुई कि लगने लगा था कि अब प्रदेश का नेतृत्व बदल जाएगा.
भूपेश बघेल की जगह टीएस सिंह देव को मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा. इस बीच मुख्यमंत्री कई बार विधायकों को लेकर दिल्ली गए और दिल्ली से रायपुर भी आए. राहुल गांधी को भी छत्तीसगढ़ आने का निमंत्रण दिया गया लेकिन उन्होंने अब तक यह निमंत्रण स्वीकार (Accept Invitation) नहीं किया है और बार-बार भूपेश बघेल रायपुर से दिल्ली और दिल्ली से रायपुर विधायकों को ले जाकर अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं.
अभी तक नहीं बड़े नेताओं का कोई भी बयान
इस बीच टीएस सिंह देव भी कई बार दिल्ली जा चुके हैं और उन्होंने भी पार्टी के उच्च पदाधिकारियों सहित हाईकमान से मुलाकात की लेकिन अब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होने में नाकाम रहे. इन दोनों के बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर चल रहे विवाद पर अब तक न तो सोनिया गांधी और ना ही राहुल गांधी ने कोई भी कोई बयान दिया है. मुख्यमंत्री बदलाव (CM Change) की चर्चा के बीच प्रशासनिक (Administrative) अमला का कामकाज भी कहीं ना ढीला पड़ गया था.
देखने में आ रहा था कि अधिकारी काम में तेजी और योजनाओं के क्रियान्वयन में रुचि नहीं दिखा रहे थे. सभी असमंजस की स्थिति में थे. आज जिस तरह से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी कलेक्टरों को बुलाकर उनकी क्लास लगाई, उनके कामकाज की समीक्षा की और उसमें तेजी लाने के निर्देश दिए, इससे साफ है कि बघेल ने स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल मुख्यमंत्री की कुर्सी पर वही बने रहेंगे और उनके नेतृत्व में ही प्रशासन चलेगा. इसलिए कामकाज को बिना किसी देरी और हीला-हवाली के तेजी से किया जाए.
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दिन भर चली अफसरों की बैठक
दिन भर चली कलेक्टर मैराथन बैठक (Marathon Meeting) के बाद अब यह लगने लगा है कि वर्तमान परिस्थिति में छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कोई बदलाव नहीं होने वाला है. हालांकि राजनीति में कभी भी, कुछ भी संभव है. ऐसे में एकदम से यह कह देना कि मुख्यमंत्री की कुर्सी में अब किसी तरह की फेरबदल की गुंजाइश नहीं है, यह भी जल्दबाजी होगी. आने वाले समय में क्या होगा? यह तो पार्टी हाईकमान ही तय करेगा, लेकिन इस बीच जो मुख्यमंत्री ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को आज संकेत दिए हैं, उसका असर कहीं ना कहीं आने वाले दिनों में कामकाज पर भी देखने को मिल सकता है.