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अरहर, उड़द और मूंग की समर्थन मूल्य पर होगी खरीदी, कृषि विभाग ने जारी किए आदेश

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Published : Jul 21, 2022, 10:00 AM IST

छत्तीसगढ़ में अरहर, उड़द और मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी होगी. कृषि विभाग ने आदेश जारी किए है. छत्तीसगढ़ में 25 मंडियों में खरीददारी होगी.

Arhar, Urad and Moong
अरहर, उड़द और मूंग

रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन द्वारा खरीफ विपणन साल 2022-23 में किसानों से समर्थन मूल्य पर अरहर, उड़द और मूंग की खरीदी की जाएगी. इसका उपार्जन छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ मार्कफेड के माध्यम से किया जाएगा. किसानों से अरहर और उड़द 6600 रुपए और मूंग की खरीदी 7755 रूपए प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी. उड़द और मूंग का उपार्जन 17 अक्टूबर 2022 से 16 दिसम्बर 2022 तक और अरहर का उपार्जन 13 मार्च 2023 से 12 मई 2023 तक की अवधि में किया जाएगा. गोदाम और भण्डारण की सुविधायुक्त 25 कृषि उपज मंडियों को अरहर, मूंग और उड़द की खरीदी के लिए उपार्जन केन्द्र के रूप में चिह्नाकित किया गया है.

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कृषि विभाग ने किया आदेश जारी: कृषि विभाग ने राज्य में अरहर, उड़द और मूंग फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है. सभी संभागायुक्तों, कलेक्टरों सहित मार्कफेड एवं मंडी बोर्ड को जारी किया गया है. उपार्जन केन्द्र पर आवश्यक भौतिक संसाधनों, उपकरणों और मानव संसाधन की व्यवस्था मार्कफेड द्वारा की जाएगी. यूनिफाइड फार्मर पोर्टल पर कृषक का पंजीयन कर उपलब्ध डाटा नाफेड को दिया जाएगा. नाफेड द्वारा उक्त डाटा ई-समृद्धि पोर्टल में उपार्जन के लिए इंटीग्रेड किया जाएगा. चयनित उपार्जन केन्द्रों से उक्त कृषकों की टैगिंग की जाएगी. उक्त डाटा के आधार पर ही किसानों से खरीदी कर भुगतान किया जाएगा. किसानों की भूमि, बोयी गई फसल का रकबा आदि का मैदानी सत्यापन और रेंडम सत्यापन किया जाएगा.

किसानों को दी जाएगी प्रिंटेड रसीद: उपार्जन केन्द्रों में कृषकों की सामान्य जानकारी के लिए एफएक्यू उत्पाद का प्रदर्शन सुनिश्चित किया जा रहा है. एफएक्यू मानक का अरहर, उड़द एवं मूंग का समर्थन मूल्य से कम पर उपार्जन केन्द्र में विक्रय न हो. एफएक्यू गुणवत्ता की खरीदी की सघन मॉनिटरिंग की जाएगी. रेंडम सैम्पलिंग के लिए नाफेड के साथ राज्य स्तरीय संयुक्त टीम गठित की जाएगी, जो उपार्जन केन्द्र के खरीदी कार्य की तैयारी से लेकर संग्रहण तक का निरीक्षण करेंगे. किसान से क्रय की गई मात्रा की प्रिंटेड रसीद जिसमें देय राशि का उल्लेख हो, उपार्जन केन्द्र प्रभारी द्वारा हस्ताक्षर कर किसान को दी जाएगी.

अनुमानित उत्पादन 1.76 लाख मीट्रिक टन: गौरतलब है कि खरीफ सीजन 2022 में राज्य में एक लाख 40 हजार हेक्टेयर में अरहर, 22 हजार हेक्टेयर में मूंग तथा एक लाख 75 हजार हेक्टेयर में उड़द की खेती का लक्ष्य है. कृषि विभाग द्वारा राज्य में 94,500 मीट्रिक टन अरहर, 12,100 मीट्रिक टन मूंग और 70,000 मीट्रिक टन उड़द का उत्पादन अनुमानित है.

25 मंडियों में होगी खरीदी: राज्य में भाटापारा, गरियाबंद, महासमुन्द, बसना, दुर्ग, बेमेतरा, राजनांदगांव, खैरागढ़ डोंगरगढ़, गंडई, कवर्धा, पण्डरिया, मुंगेली, लोरमी, सक्ती, रायगढ़, अंबिकापुर, सूरजपुर, रामानुजगंज, जशपुर, कोण्डागांव, केशकाल, नारायणपुर, सम्बलपुर, पखांजूर कृषि मंडी में अरहर, मूंग और उड़द की खरीदी समर्थन मूल्य पर होगी.

रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन द्वारा खरीफ विपणन साल 2022-23 में किसानों से समर्थन मूल्य पर अरहर, उड़द और मूंग की खरीदी की जाएगी. इसका उपार्जन छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ मार्कफेड के माध्यम से किया जाएगा. किसानों से अरहर और उड़द 6600 रुपए और मूंग की खरीदी 7755 रूपए प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी. उड़द और मूंग का उपार्जन 17 अक्टूबर 2022 से 16 दिसम्बर 2022 तक और अरहर का उपार्जन 13 मार्च 2023 से 12 मई 2023 तक की अवधि में किया जाएगा. गोदाम और भण्डारण की सुविधायुक्त 25 कृषि उपज मंडियों को अरहर, मूंग और उड़द की खरीदी के लिए उपार्जन केन्द्र के रूप में चिह्नाकित किया गया है.

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कृषि विभाग ने किया आदेश जारी: कृषि विभाग ने राज्य में अरहर, उड़द और मूंग फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है. सभी संभागायुक्तों, कलेक्टरों सहित मार्कफेड एवं मंडी बोर्ड को जारी किया गया है. उपार्जन केन्द्र पर आवश्यक भौतिक संसाधनों, उपकरणों और मानव संसाधन की व्यवस्था मार्कफेड द्वारा की जाएगी. यूनिफाइड फार्मर पोर्टल पर कृषक का पंजीयन कर उपलब्ध डाटा नाफेड को दिया जाएगा. नाफेड द्वारा उक्त डाटा ई-समृद्धि पोर्टल में उपार्जन के लिए इंटीग्रेड किया जाएगा. चयनित उपार्जन केन्द्रों से उक्त कृषकों की टैगिंग की जाएगी. उक्त डाटा के आधार पर ही किसानों से खरीदी कर भुगतान किया जाएगा. किसानों की भूमि, बोयी गई फसल का रकबा आदि का मैदानी सत्यापन और रेंडम सत्यापन किया जाएगा.

किसानों को दी जाएगी प्रिंटेड रसीद: उपार्जन केन्द्रों में कृषकों की सामान्य जानकारी के लिए एफएक्यू उत्पाद का प्रदर्शन सुनिश्चित किया जा रहा है. एफएक्यू मानक का अरहर, उड़द एवं मूंग का समर्थन मूल्य से कम पर उपार्जन केन्द्र में विक्रय न हो. एफएक्यू गुणवत्ता की खरीदी की सघन मॉनिटरिंग की जाएगी. रेंडम सैम्पलिंग के लिए नाफेड के साथ राज्य स्तरीय संयुक्त टीम गठित की जाएगी, जो उपार्जन केन्द्र के खरीदी कार्य की तैयारी से लेकर संग्रहण तक का निरीक्षण करेंगे. किसान से क्रय की गई मात्रा की प्रिंटेड रसीद जिसमें देय राशि का उल्लेख हो, उपार्जन केन्द्र प्रभारी द्वारा हस्ताक्षर कर किसान को दी जाएगी.

अनुमानित उत्पादन 1.76 लाख मीट्रिक टन: गौरतलब है कि खरीफ सीजन 2022 में राज्य में एक लाख 40 हजार हेक्टेयर में अरहर, 22 हजार हेक्टेयर में मूंग तथा एक लाख 75 हजार हेक्टेयर में उड़द की खेती का लक्ष्य है. कृषि विभाग द्वारा राज्य में 94,500 मीट्रिक टन अरहर, 12,100 मीट्रिक टन मूंग और 70,000 मीट्रिक टन उड़द का उत्पादन अनुमानित है.

25 मंडियों में होगी खरीदी: राज्य में भाटापारा, गरियाबंद, महासमुन्द, बसना, दुर्ग, बेमेतरा, राजनांदगांव, खैरागढ़ डोंगरगढ़, गंडई, कवर्धा, पण्डरिया, मुंगेली, लोरमी, सक्ती, रायगढ़, अंबिकापुर, सूरजपुर, रामानुजगंज, जशपुर, कोण्डागांव, केशकाल, नारायणपुर, सम्बलपुर, पखांजूर कृषि मंडी में अरहर, मूंग और उड़द की खरीदी समर्थन मूल्य पर होगी.

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