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जल संरक्षण के लिए अधिकारियों ने की पहल, लोगों ने कंधे से कंधा मिलाकर दिया साथ

कलेक्टर के नेतृत्व में प्रशासनिक विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने लोगों के साथ मिलकर नाले के मधुवन टोली वाले हिस्से की साफ-सफाई की.

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Published : May 10, 2019, 9:06 AM IST

Updated : May 10, 2019, 9:05 PM IST

जल संरक्षण के क्षेत्र में काम

जशपुर: जिले में गिरते जलस्तर को सुधारने के लिए कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर की पहल के बाद जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन का काम जनसहयोग से शुरू कर दिया गया है. इसमें श्रमदान कर प्रशासनिक अधिकारी और रहवासी शहर में जल स्तर को बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाएंगे.

जल संरक्षण के लिए अनोखी पहल

इसी कड़ी में शहर के पास तिवारी नाले की सभी ने मिलकर साफ-सफाई की है. कलेक्टर के नेतृत्व में प्रशासनिक विभागों के अधिकारी और कर्मचारी ने लोगों के साथ मिलकर नाले के मधुवन टोली वाले हिस्से की साफ-सफाई की. यह नाला बीते 50 सालों से शहर के तलाब, कुंआ समेत अन्य जल संग्रहण संरचनाओं में जल स्तर को बनाए रखने में काफी मददगार साबित हुआ है.

इस श्रमदान में नाले के तकरीबन 300 मीटर के हिस्से की सफाई की गई. पंचक्की से जुरगूम तक तिवारी नाला की लंबाई लगभग 4 किलोमीटर है. रख-रखाव के अभाव में यह नाला अपना अस्तित्व खो चुका है. नाले में जगह-जगह गाद जम गई है. पंचक्की डैम में भी अधिक मात्रा में सिल्ट जमा होने के कारण यहां की जलभराव क्षमता कम हो गई है. कलेक्टर की पहल से नाले की साफ-सफाई के साथ ही पंचक्की डैम का गहरीकरण का काम भी किया जाएगा. साथ ही तिवारी नाला का जीर्णोद्धार भी कराया जाएगा ताकि इसकी उपयोगिता बनी रहे.

कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कलेक्टोरेट के सभागार में तिवारी नाला को जनसहयोग से साफ-सुथरा करने और इसकी उपयोगिता को बनाए रखने के लिए अलग-अलग संगठनों और सभी विभागों के अधिकारी की संयुक्त बैठक लेकर दिशा निर्देश दिए. बैठक में निर्णय लिया गया कि इस नाले के अलग-अलग हिस्से की साफ-सफाई का जिम्मा अलग-अलग विभागों को सौंपा जाएगा.

जशपुर: जिले में गिरते जलस्तर को सुधारने के लिए कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर की पहल के बाद जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन का काम जनसहयोग से शुरू कर दिया गया है. इसमें श्रमदान कर प्रशासनिक अधिकारी और रहवासी शहर में जल स्तर को बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाएंगे.

जल संरक्षण के लिए अनोखी पहल

इसी कड़ी में शहर के पास तिवारी नाले की सभी ने मिलकर साफ-सफाई की है. कलेक्टर के नेतृत्व में प्रशासनिक विभागों के अधिकारी और कर्मचारी ने लोगों के साथ मिलकर नाले के मधुवन टोली वाले हिस्से की साफ-सफाई की. यह नाला बीते 50 सालों से शहर के तलाब, कुंआ समेत अन्य जल संग्रहण संरचनाओं में जल स्तर को बनाए रखने में काफी मददगार साबित हुआ है.

इस श्रमदान में नाले के तकरीबन 300 मीटर के हिस्से की सफाई की गई. पंचक्की से जुरगूम तक तिवारी नाला की लंबाई लगभग 4 किलोमीटर है. रख-रखाव के अभाव में यह नाला अपना अस्तित्व खो चुका है. नाले में जगह-जगह गाद जम गई है. पंचक्की डैम में भी अधिक मात्रा में सिल्ट जमा होने के कारण यहां की जलभराव क्षमता कम हो गई है. कलेक्टर की पहल से नाले की साफ-सफाई के साथ ही पंचक्की डैम का गहरीकरण का काम भी किया जाएगा. साथ ही तिवारी नाला का जीर्णोद्धार भी कराया जाएगा ताकि इसकी उपयोगिता बनी रहे.

कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कलेक्टोरेट के सभागार में तिवारी नाला को जनसहयोग से साफ-सुथरा करने और इसकी उपयोगिता को बनाए रखने के लिए अलग-अलग संगठनों और सभी विभागों के अधिकारी की संयुक्त बैठक लेकर दिशा निर्देश दिए. बैठक में निर्णय लिया गया कि इस नाले के अलग-अलग हिस्से की साफ-सफाई का जिम्मा अलग-अलग विभागों को सौंपा जाएगा.

Intro:

जशपुर में गिरते भू-जल स्तर को बेहतर बनाने के लिए कलेक्टर जशपुर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की पहल से जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन का काम जनसहयोग से शुरू कर दिया गया है, जिसमें श्रमदान कर प्रशासनिक अधिकारी एव जन सामान्य योगदान कर शहर के जल स्तर को बढ़ाने में अपनी भूमिका निभायेगे, इसी तारतम्य में आज शहर के नजदीक मौजूद अपना अस्तित्व खोते जा रहे तिवारी नाला की साफ-सफाई की गई।

कलेक्टर के नेतृत्व में प्रशासन विभागों के अधिकारी कर्मचारी श्रमदान कर तिवारी नाला के मधुवन टोली वाले हिस्से की साफ-सफाई करेंगे।  

जशपुर शहर के तालाबों, कुओं एवं अन्य जल संग्रहण संरचनाओं में जलापूर्ति एवं उनके जल स्तर को बनाए रखने में बीते 50 सालों से बेहद मददगार रहे तिवारी नाला के जीर्णाद्धार एवं साफ-सफाई का काम जनसहयोग से शुरू कर दिया गया है। जिला प्रशासन के आहवान पर नगर के विभिन्न स्वंय सेवी, समाज सेवी संस्थाओं से जुड़े लोग तिवारी नाला पहुंचे और यहां श्रमदान कर नाले के लगभग 300 मीटर हिस्से की सफाई की। 

हम आप को बता दे कि पंचक्की से जुरगूम तक तिवारी नाला की लंबाई लगभग 4 किलोमीटर है। रख-रखाव के अभाव में यह नाला अपना अस्तित्व खोचुका है नाले में जगह-जगह गाद जम गई है। और जंगली खरपतवार ने पूरी तरह इसे ढक दिया है। पंचक्की डेम में भी अत्यिधिक मात्रा  में सिल्ट जमा होने के कारण यहां की जलभराव क्षमता कम हो गई है। नाले की साफ-सफाई के साथ ही पंचक्की डेम का भी गहरीकरण किया जाएगा। तिवारी नाला का जीर्णोद्धार भी कराया जाएगा ताकि इसकी उपयोगिता बनी रहे। इस आयोजन में सर्व ब्राह्मण समझ जे लोगो ने भी श्रमदान कर तिवारीनाले की सफाई में अपना योगदान किया सर्व ब्राह्मण समाज की महिलाओं सहित पुरुष एकत्र होकर गंदगी ओर खरपतवार से ढके नाले तिवारी नाले की सफाई की।

शहर के जल स्तर को बढ़ाने को लेकर कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर बे कलेक्टोरेट के सभागार में तिवारी नाला को जनसहयोग से साफ-सुथरा करने तथा इसकी उपयोगिता विभिन्न  संगठनों, सभी विभागों के अधिकारी की संयुक्त बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस नाले के अलग-अलग हिस्से की साफ-सफाई का जिम्मा विभिन्न विभागां एवं संस्थाओं को सौंपा जाएगा।

बाइट राम प्रकाश पाण्डे सामाजिक कार्यकर्ता

तरुण प्रकाश शर्मा
जशपुर Body:जल संरक्षणConclusion:
Last Updated : May 10, 2019, 9:05 PM IST
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