रायगढ़: श्रीराम फाइनेंस कॉर्पोरेशन के लीगल मैनेजर ने तमनार ब्रांच के मैनेजर पर धोखाधड़ी किए जाने का आरोप लगाया है. लीगल मैनेजर संदीप सिन्हा ने मैनेजर सुधीर निषाद पर फर्जी दुकान के दस्तावेज तैयार कर कस्टमर से मिलकर 20 लाख रुपये का गबन करने का आरोप लगाया है.
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संदीप सिन्हा ने बताया कि श्रीराम फाइनेंस से एसएमई बिजनेस लोन दिलाया गया है, जिसमें चन्द्रशेखर निषाद ने मयंक ड्रेस के नाम पर व्यवसाय के लिए 6 लाख रुपए ऋण लिया गया है, जांच करने पर पता चला कि मयंक ड्रेसेस चन्द्रशेखर निषाद के नाम पर है ही नहीं.इसके अलावा लछिंदर राठिया ने संध्या वस्त्रालय और सुमित कलेक्शन के नाम पर व्यवसाय स्टॉक बढ़ाने के लिए 4 लाख रुपए लोन लिया है, लेकिन लछींदर राठिया के नाम पर इस दुकान के नाम से कोई दुकान मौजूद नहीं है. एक और व्यक्ति मेहत्तर सिदार ने दूसरे के दुकान दुर्गेश वस्त्रालय को दिखाकर फर्जी तरीके से दुर्गेश वस्त्रालय के नाम पर व्यवसाय स्टॉक बढ़ाने के लिए 3 लाख रुपए लिया है.
तमनार ब्रांच मैनेजर का बड़ा फर्जीवाड़ा
तमनार ब्रांच से गंगाराम पैंकरा के द्वारा राजबीर डीजे के नाम पर 4 लाख रुपए लोन लिया गया है पर राजबीर डीजे गंगाराम पैंकरा के नाम से नहीं है. चंद्रिका राठिया ग्राम पडिगांव के द्वारा नरेश डेली नीड्स के नाम पर व्यवसाय बढ़ाने के लिए 3 लाख रुपए लिया गया है, लेकिन नरेश डेली नीड्स के नाम पर कोई दुकान उपस्थित नहीं है. इस तरह से एक बड़ा फर्जीवाड़ा लोन लेने वाले व्यक्तियों और तमनार ब्रांच के मैनेजर द्वारा किया गया है. इसके संबंध में लीगल मैनेजर ने तमनार थाने में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है.