रायगढ़: जिले के मिलुपारा रायगढ़ मुख्य मार्ग में खमहरिया से लाखा तक सड़क का बुरा हाल है. बारिश के कारण सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए जिसमें आवागमन में लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. लाखा-गेरवानी डेम के पास की सड़क जर्जर हो चुकी है.कुछ वर्ष पहले इस सड़क का निर्माण कार्य कराया गया था. कई बार पेचवर्क भी हो चुका है, लेकिन सड़क ठीक नहीं हो सकी है बारिश के कारण इस सड़क की दशा और भी खराब हो गई. गड्ढों में पानी भरने से वाहन सवारों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
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राहगीरों ने बताया कि अदानी, अंबुजा और जिंदल प्लांट समेत एसईसीएल और हिंडाल्को की गाड़ियां इस रोड पर चलती है, इस वजह से सड़क जर्जर हो चुकी है, लेकिन कंपनियांं इस सड़क के मेंटेनेंस से कोई वास्ता नहीं है. स्थानीय लोगों ने बताया कि बरसात के समय कीचड़ और गड्ढे से परेशान और सूखे दिन में धूल से परेशान रहते हैं. इस मार्ग में मरम्मत के नाम पर सिर्फ स्लैग डस्ट डाल दिया जाता है जो हर मौसम में परेशानी का सबब बनती है.
सभी वर्ग के लोग करते हैं इस मार्ग का उपयोग
बता दें कि प्रशासन ने इस रोड की ओर कभी ध्यान ही नहीं दिया है जबकि बड़े-बड़े अधिकारी, नेता मंत्री इस रास्ते का उपयोग इस क्षेत्र में आने जाने के लिए करते हैं.
कोयलांचल औद्योगिक क्षेत्र तमनार में सड़क की हालत इन दिनों कुछ इस तरह है कि सड़क गायब हो जा रहे हैं. रोड से उड़ने वाली धूल पहले से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है. विशेष कर तमनार के सड़कों पर डाले जा रहे स्लैग मटेरियल का धूल, मिट्टी ने राहगीरों की चिंता बढ़ा दी है. तमनार सहित सड़क किनारे बसे आसपास के दर्जनों गांव धूल फांकने को मजबूर हैं. सड़क किनारे बसे ग्रामीणों को डस्ट् फांकने से खांसी, फेफड़े में इंफेक्सन, सर्दी, सर दर्द जैसे समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.