रायपुर : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आने के बाद बिजली बिल हाफ योजना का लाभ प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं को मिल रहा है. छत्तीसगढ़ के लोगों के मुताबिक ये योजना गरीब तबके के लोगों के लिए काफी कारगर साबित हुई है. बिजली बिल हाफ योजना महासमुंद जिले के आर्थिक रूप से कमजोर और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है.
35 करोड़ रुपये से ज्यादा का मिला है लाभ
बिजली बिल हाफ योजना के तहत राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति माह खपत की गई 400 यूनिट तक की बिजली पर आधे बिल की राशि की छूट दी जा रही है. इससे पहले उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 4.50 रुपये देने पड़ते थे, वर्तमान में 400 यूनिट बिजली खपत पर प्रति यूनिट 2.30 रुपये देने पड़ रहे हैं. महासमुंद जिले में महासमुंद, पिथौरा, सरायपाली डिवीजन से बिजली सप्लाई हो रही है. तीनों डिवीजन में 2 लाख 60 हजार 511 उपभोक्ता हैं. इसमें 85 हजार 512 बीपीएल, 1 लाख 14 हजार 549 सामान्य घरेलू उपभोक्ता और 60 हजार 450 अन्य उपभोक्ता हैं. योजना के तहत 55 हजार उपभोक्ताओं को बिजली हाफ योजना के तहत 35 करोड़ 67 लाख 37 हजार 104 रुपये का लाभ मिला है.
मिल रहा है योजना का लाभ
महासमुंद के सुभाष नगर में रहने वाले सुरेश चंद्राकर बताते हैं पहले उनके घर का बिजली बिल 2 हजार 500 से 3 हजार तक आता था, इस योजना के बाद एक हजार से एक हजार 500 तक आ रहा है. शहर के वार्ड नंबर 21 में रहने वाली नंदनी साहू बताती हैं, पहले उनके घर का बिजली बिल 1200 से 1500 रुपये तक आता था. जो याजना के बाद 500 से 600 हो गया है.
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उपभोक्ता और कंपनी दोनों को फायदा
छत्तीसगढ़ सरकार की बिजली बिल हाफ योजना उपभोक्ताओं के साथ पावर कंपनी के लिए बड़ा वरदान साबित हुई है. वर्षों से जो उपभोक्ता अपना बकाया जमा नहीं कर रहे थे, इस योजना का लाभ लेने के लिए ऐसे उपभोक्ता अब अपना बकाया समय पर जमा कर रहे हैं. इस योजना को लागू करते समय ही प्रदेश सरकार ने इस बात का उल्लेख कर दिया था कि जिस उपभोक्ता का किसी भी तरह का बिजली बिल बकाया होगा, उनको योजना का लाभ नहीं मिलेगा. बाद में दो माह से ज्यादा बकाया जमा न करने वालों को योजना से वंचित किया गया. इसके कारण लोगों ने भी पहले का बकाया बिल जमा करा दिया है. इससे अब दोनों को लाभ मिलने लगा है.