कोरबा: किसानों ने रिश्वत लेने के आरोप में पटवारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है. किसानों ने कलेक्ट्रेट परिसर में आवेदन देते हुए भूख हड़ताल की चेतावनी दी है.
विकासखंड करतला के ग्राम पंचायत पकरिया के हल्का क्रमांक 8 में पदस्थ पटवारी विकास कुमार जायसवाल पर ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. कलेक्टर ने इसके लिए जांच बिठाई थी. अब जांच प्रतिवेदन सौंपने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीण नाराज हैं.
कोरबा : करतला ब्लॉक के ग्रामीणों ने जांच टीम पर खड़े किए सवाल
भूख हड़ताल की चेतावनी
ग्रामीणों का आरोप है कि पकरिया क्षेत्र में पदस्थ 2 साल से पटवारी विकास कुमार जायसवाल पर रिश्वत लेने का आरोप है. पटवारी ने फौत (जनगणना करने वाले किसी अधिकारी को दी जानेवाली किसी की मृत्यु की सूचना) काटने के लिए एक किसान से 20 हजार रुपये की मांग की थी. प्रार्थी ने इतनी बड़ी राशि देने में असमर्थता जताई और 2 हजार रुपये दिए. इस तरह पटवारी ने कई अन्य लोगों से 10 और 15 हजार रुपये की रकम नामांतरण काटने, चौहद्दी बनाने, रजिस्ट्री प्रमाणीकरण, रिकॉर्ड दुरुस्तीकरण के नाम पर वसूल की है. पटवारी ने गांव के सरपंच से भी काम के एवज में पैसों की मांग की थी. कलेक्टर से शिकायत के बाद जांच टीम के पास 7 शिकायतकर्ताओं सहित 3 अन्य ग्रामीणों ने अपना बयान दर्ज कराया था. ग्रामीणों ने पटवारी के स्थानांतरण या उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की थी. जांच अधिकारी ने केस में प्रतिवेदन बनाया और इसे कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारी को भेजा, लेकिन मामले में अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. कार्रवाई नहीं होने से नाराज ग्रामीण 1 मार्च से भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दे रहे हैं.
भू-अभिलेख की भूमिका संदिग्ध
शिकायतकर्ताओं ने प्रभारी अधीक्षक भू-अभिलेख भूपेंद्र बंजारे के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. किसानों का आरोप है कि जांच प्रतिवेदन देने के बाद भी प्रभारी अधीक्षक भू-अभिलेख ने कार्रवाई की अनुशंसा के साथ सक्षम अधिकारी को प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किया है. उन्होंने इस मामले में पटवारी को बचाने का प्रयास किया है.