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प्रशासन की संयुक्त टीम का कोरबा में लैंको पावर प्लांट पर छापा, पूरे दिन चली जांच पड़ताल - joint team of administration

कोरबा में शनिवार को प्रशासन की संयुक्त टीम ने पूरे दिन जिले के गांव पताढ़ी में स्थापित लैंको अमरकंटक पावर प्लांट का निरीक्षण किया. हालांकि अधिकारी इस विषय में कुछ भी विस्तृत तौर पर बताने से बच रहे हैं लेकिन जांच-पड़ताल की बात अधिकारियों ने जरूर स्वीकार की है.

raided Lanco power plant in Korba
कोरबा में लैंको पावर प्लांट पर छापा
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Published : Nov 14, 2021, 3:04 PM IST

कोरबाः शनिवार को प्रशासन की संयुक्त टीम ने पूरे दिन जिले के गांव पताढ़ी में स्थापित लैंको अमरकंटक पावर प्लांट का निरीक्षण किया. हालांकि अधिकारी इस विषय में कुछ भी विस्तृत तौर पर बताने से बच रहे हैं लेकिन जांच-पड़ताल की बात अधिकारियों ने जरूर स्वीकार की है. लैंको पावर प्लांट की आर्थिक स्थिति पहले ही बेहद खराब है. विद्युत उत्पादन की स्थिति भी ठीक नहीं है. लैंको 600 मेगावाट विद्युत उत्पादन करने की क्षमता रखता है लेकिन प्लांट अपनी पूरी क्षमता से उत्पादन नहीं कर पा रहा है.

कांटा घर और कन्वेयर बेल्ट पर कार्रवाई
लैंको अमरकंटक पावर प्लांट में अधिकारियों की टीम सुबह के लगभग 11:00 बजे पहुंच गई थी. यह जांच-पड़ताल देर शाम तक चली. निरीक्षण को बेहद गोपनीय तौर पर अंजाम दिया गया. प्रशासन की ओर से एसडीएम खुद टीम को लीड कर रहे थे. निरीक्षण के दौरान पर्यावरण, खनिज और नापटेल विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे.
सूचना यह भी है कि पावर प्लांट में कोयले स्टॉक की जांच पड़ताल करने के बाद कोयला तौलने के लिए प्रयुक्त कांटा घर और कोयले को क्रेशर हाउस तक ले जाने वाले कन्वेयर बेल्ट पर कार्रवाई की गई है।

तो हो जाएगा पावर प्लांट का संचालन मुश्किल
हालांकि अधिकारियों ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. यदि ऐसा होता है तो पावर प्लांट का संचालन बेहद मुश्किल हो जाएगा. कन्वेयर बेल्ट के संचालित नहीं होने का मतलब यह होगा कि कोयला क्रशर हाउस तक नहीं पहुंच पाएगा. यहां से इसे बॉयलर में भेज कर पानी उबालने की प्रक्रिया अधूरी रह जाएगी. जिससे विद्युत उत्पादन पूरी तरह से ठप हो सकता है.
नक्सलियों का दुस्साहस, चार लोगों की ली जान, घर को बम से उड़ाया
3 दिनों के भीतर मांगा जवाब
प्रशासन की टीम ने लैंको अमरकंटक पावर प्लांट को विस्तृत करवाईयों के पुलिंदे वाला एक नोटिस जारी किया है. जिसमें सभी विभागों ने अपने-अपने मापदंडों के तहत अनियमितताओं का जिक्र करते हुए 3 दिनों के भीतर लैंको अमरकंटक पावर प्लांट प्रबंधन को जवाब प्रस्तुत करने को कहा है.

कार्रवाई क्यों की गई, किसी को नहीं पता
विभागीय सूत्र इसे रूटीन की जांच पड़ताल बता रहे हैं. जबकि जानकारों की मानें तो ऐसी कार्रवाई तब की जाती है जब कोई बड़ी शिकायत प्राप्त हो. अधिकारी शिकायत मिलने की बात नकार रहे हैं. कार्रवाई अचानक क्यों की गई, इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं भी हो रही हैं. इस विषय में एसडीएम कोरबा हरिशंकर पैकरा ने ईटीवी भारत को बताया कि लैंको अमरकंटक पवार प्लांट की जांच पड़ताल की गई है. यह एक रूटीन प्रक्रिया है. विस्तृत जानकारी खनिज अधिकारी देंगे. इससे अधिक मैं और कुछ भी नहीं बता पाऊंगा.

कोरबाः शनिवार को प्रशासन की संयुक्त टीम ने पूरे दिन जिले के गांव पताढ़ी में स्थापित लैंको अमरकंटक पावर प्लांट का निरीक्षण किया. हालांकि अधिकारी इस विषय में कुछ भी विस्तृत तौर पर बताने से बच रहे हैं लेकिन जांच-पड़ताल की बात अधिकारियों ने जरूर स्वीकार की है. लैंको पावर प्लांट की आर्थिक स्थिति पहले ही बेहद खराब है. विद्युत उत्पादन की स्थिति भी ठीक नहीं है. लैंको 600 मेगावाट विद्युत उत्पादन करने की क्षमता रखता है लेकिन प्लांट अपनी पूरी क्षमता से उत्पादन नहीं कर पा रहा है.

कांटा घर और कन्वेयर बेल्ट पर कार्रवाई
लैंको अमरकंटक पावर प्लांट में अधिकारियों की टीम सुबह के लगभग 11:00 बजे पहुंच गई थी. यह जांच-पड़ताल देर शाम तक चली. निरीक्षण को बेहद गोपनीय तौर पर अंजाम दिया गया. प्रशासन की ओर से एसडीएम खुद टीम को लीड कर रहे थे. निरीक्षण के दौरान पर्यावरण, खनिज और नापटेल विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे.
सूचना यह भी है कि पावर प्लांट में कोयले स्टॉक की जांच पड़ताल करने के बाद कोयला तौलने के लिए प्रयुक्त कांटा घर और कोयले को क्रेशर हाउस तक ले जाने वाले कन्वेयर बेल्ट पर कार्रवाई की गई है।

तो हो जाएगा पावर प्लांट का संचालन मुश्किल
हालांकि अधिकारियों ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. यदि ऐसा होता है तो पावर प्लांट का संचालन बेहद मुश्किल हो जाएगा. कन्वेयर बेल्ट के संचालित नहीं होने का मतलब यह होगा कि कोयला क्रशर हाउस तक नहीं पहुंच पाएगा. यहां से इसे बॉयलर में भेज कर पानी उबालने की प्रक्रिया अधूरी रह जाएगी. जिससे विद्युत उत्पादन पूरी तरह से ठप हो सकता है.
नक्सलियों का दुस्साहस, चार लोगों की ली जान, घर को बम से उड़ाया
3 दिनों के भीतर मांगा जवाब
प्रशासन की टीम ने लैंको अमरकंटक पावर प्लांट को विस्तृत करवाईयों के पुलिंदे वाला एक नोटिस जारी किया है. जिसमें सभी विभागों ने अपने-अपने मापदंडों के तहत अनियमितताओं का जिक्र करते हुए 3 दिनों के भीतर लैंको अमरकंटक पावर प्लांट प्रबंधन को जवाब प्रस्तुत करने को कहा है.

कार्रवाई क्यों की गई, किसी को नहीं पता
विभागीय सूत्र इसे रूटीन की जांच पड़ताल बता रहे हैं. जबकि जानकारों की मानें तो ऐसी कार्रवाई तब की जाती है जब कोई बड़ी शिकायत प्राप्त हो. अधिकारी शिकायत मिलने की बात नकार रहे हैं. कार्रवाई अचानक क्यों की गई, इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं भी हो रही हैं. इस विषय में एसडीएम कोरबा हरिशंकर पैकरा ने ईटीवी भारत को बताया कि लैंको अमरकंटक पवार प्लांट की जांच पड़ताल की गई है. यह एक रूटीन प्रक्रिया है. विस्तृत जानकारी खनिज अधिकारी देंगे. इससे अधिक मैं और कुछ भी नहीं बता पाऊंगा.

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