कोरबाः जिले में घंटाघर से एसईसीएल जाने वाले मुख्य मार्ग के किनारे हेलीपैड और नर्सरी में कुछ लोगों ने अपना आशियाना बना लिया है. वार्ड पार्षद शैलेंद्र सिंह और स्थानीय कुछ लोग इस कब्जे को अवैध बता रहे हैं. उन्होंने मंगलवार के दिन इस कब्जे को हटाने की कोशिश की. जिसपर कब्जाधारक विरोध में उतर गए. इधर, कोरबा जिला प्रशासन, नगर निगम और एसईसीएल के बीच भी जमीन को लेकर स्थिति साफ नहीं है.
एसईसीएल के अधिकारियों का कहना है कि यह जमीन नजूल की है और जिला प्रशासन इसे एसईसीएल की जमीन बता रहा है. ऐसे में वार्ड पार्षद शैलेंद्र सिंह ने जिला प्रशासन को अगले एक दिन का समय दिया है. कहा है कि एक दिन के भीतर अगर इस जमीन से कब्जा नहीं हटवाया गया तो 6 जनवरी को वार्ड वासियों के साथ खुद पहुंचकर हेलीपैड पर कब्जा करेंगे.
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कब्जे के विरोध में हाथापाई की कोशिश
वार्ड पार्षद शैलेंद्र सिंह ने कहा कि कब्जा धारकों ने साड़ी की रस्सियों से पेड़ों को बांध दिया है और अपने लिए जगह चिन्हित कर रहे हैं. विरोध करने पर हाथापाई की स्थिति बनी. कोरबा शहरी क्षेत्र में अवैध कब्जा का खेल चरम पर है. घंटाघर से एसईसीएल जाने वाले मुख्य मार्ग के किनारे हेलीपैड बनाया गया है. उसके दोनों ओर एसईसीएल ने नर्सरी लगा रखी है. जहां लोगों ने कब्जा कर रखी है.