कोरबा: छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के कलेक्टर रानू साहू पर भ्रष्ट आचरण वाले बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. कौशिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ में ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है. कांग्रेस की सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. विपक्ष में बैठे हमारे लोग जब भ्रष्टाचार की बातें करते हैं, तब कांग्रेसी स्वीकार नहीं करते. हमें झूठा कहते हैं, लेकिन अब इस बात की पुष्टि हो चुकी है. सत्ता पक्ष के कद्दावर मंत्री ने कलेक्टर को भ्रष्ट कह दिया है.
कोरबा में धरमलाल कौशिक का बयान
पूरा मामला बुधवार का है. जब कोरबा जिले के दर्री क्षेत्र में 2 लेन सड़क के भूमि पूजन कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल शामिल होने पहुंचे थे. इसी दौरान मीडिया से बात करते हुए राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि 'कलेक्टर रानू साहू का आचरण भ्रष्ट रहा है. अपने पूर्व के कार्यकाल में भी उन्होंने भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है. कोरबा में भी वह यही करना चाहती है, इसलिए जानबूझकर सड़क का काम रोक कर रखा हुआ है'. ( Jaisingh Agarwal statement on Collector Ranu Sahu)
मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कलेक्टर रानू साहू पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
इस बयान ने प्रदेश भर में खूब सुर्खियां बटोरी. बुधवार देर रात को एक समारोह में शामिल होने नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक कोरबा पहुंचे थे. वहां मीडिया से बात करते हुए कौशिक ने कहा कि 'जब से कांग्रेस की सरकार आई है. वह भ्रष्टाचार में डूबी हुई हैं. पूरा तंत्र भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है. ऊपर से लेकर नीचे तक भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है.
कौशिक ने आगे कहा कि 'जब हम लोग इस बात को उठाते हैं तो लोग आरोप लगाते हैं कि विपक्ष के लोग आवाज उठा रहे हैं. लेकिन अब तो सत्ता पक्ष के मंत्री ने भी भ्रष्टाचार की बात कही है. अब बाकी लोगों का क्या कहना है. पूरे प्रदेश में कांग्रेस के सरकार की यही हालत है. नैतिकता के आधार पर तो सरकार को त्यागपत्र दे देना चाहिए.
'रायपुर में बढ़ रही चाकूबाजी की घटनाएं' (Dharamlal Kaushik statement on incidents of knife pelting in Raipur)
कौशिक ने रायपुर में चाकूबाजी की घटनाओं पर कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में एक नई संस्कृति को जन्म दिया है. राजधानी में लगातार चाकूबाजी की घटनाएं हो रही है. अपराध बढ़ रहे हैं. नशे का कारोबार बढ़ा हुआ है. शराब बंदी तो दूर, गांव-गांव में शराब की नदियां बह रही है.
बजटसत्र में चर्चा से भाग रही सरकार
बजट सत्र में भी छत्तीसगढ़ सरकार चर्चा से भाग रही है. सरकार विधानसभा में भी चर्चा नहीं करना चाहती. बजट सत्र सिर्फ 13 दिनों का है. सरकार अपनी शासकीय योजनाओं को पारित करने के लिए बजट सत्र चला रही है.