कवर्धा: लॉकडाउन में फंसे मजदूरों का पैदल चलकर अपने राज्यों में जाना अब भी जारी है. इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के रायसेन से 35 मजदूर छत्तीसगढ़ पहुंचे. सभी मजदूरों को पुलिस ने बॉर्डर पर रोक दिया है. स्वास्थ्य विभाग अब इनकी मेडिकल जांच करवा रहा है. जांच के बाद सभी मजदूरों को 28 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा जाएगा. सभी मजदूर बेमेतरा और बिलासपुर जिले के रहने वाले हैं.
अपने परिवार का पेट पालने के लिए अन्य राज्यों में मजदूरी करने गए मजदूर कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन में फंस गए थे. काम बंद होने के कारण पैसे भी खत्म होने लगे, ऐसे में मजदूर अपने गांव की ओर आने लगे हैं, लेकिन वाहनों की सुविधा नहीं मिलने के कारण ये पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर अपने घरों की ओर बढ़ रहे हैं.
मजदूरों को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद किया जाएगा क्वॉरेंटाइन
राज्य सरकार अन्य प्रदेशों से पलायन कर लौटने वाले मजदूरों को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद क्वॉरेंटाइन कर रही है, लेकिन ऐसे बहुत से मजदूर भी हैं, जो जंगल या अन्य रास्तों से दूसरे राज्यों मे दाखिल हो रहे हैं, जिनके बारे में सरकार को जानकारी नहीं है. ऐसे लोगों से संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है. बुधवार की सुबह लगभग 35 मजदूरों की टोली मध्यप्रदेश के रायसेन से छत्तीसगढ़ की सीमा पार कर रही थी, इस दौरान पुलिस ने सभी मजदूरों को रोक लिया और स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाकर सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है.
दूसरे राज्य से आने वाले मजदूरों को लेकर प्रशासन अलर्ट
मध्यप्रदेश में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं और कई मौतें भी हो चुकी हैं. छत्तीसगढ़ से लगे मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले में भी कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुका है, ऐसे में मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ में दाखिल होने वालों को लेकर प्रशासनिक अमला अलर्ट है.