कवर्धा : छत्तीसगढ़ में पुलिस पिछले कई महीनों से 'लोन वर्राटू' अभियान चला रही है. इसके तहत नक्सलियों के हाथों से हथियार छुड़ाकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल किया जा रहा है. इसी कड़ी में कवर्धा एसपी दफ्तर में दो नक्सलियों ने सरेंडर किया है. ये नक्सली दंपती दो साल पहले ही संगठन छोड़ चुके थे. दोनों ही नक्सली पुलिस के वांटेड लिस्ट में थे. दोनों ही भोरमदेव बोड़ला एरिया कमेटी के बैनर तले वारदातों को अंजाम देते थे. पुरुष नक्सली करण पांडू पर 8 लाख और उसकी पत्नी अनिता ताती पर पुलिस ने 3 लाख का इनाम रखा था. नक्सली करण पांडू भोरमदेव एरिया कमेटी का सचिव जबकि पत्नी उसकी सदस्य है.
कई नक्सली वारदातों में रहे हैं शामिल
दोनों नक्सलियों ने कवर्धा रीजन में कई मुठभेड़ में शामिल रहे हैं. पुलिस के मुताबिक 2019 में तरेगांव थाना क्षेत्र के सुरतिया गांव के जंगल में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के बाद दहशत में आए. इसके बाद दोनों नक्सल संगठन छोड़कर अपने गांव बीजापुर लौट गए.बीजापुर में दोनों मजदूरी करके अपना जीवन यापन कर रहे थे.
ये भी पढ़ें-कवर्धा में राकेश सोढ़ी के नेतृत्व में बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में नक्सली- आईजी ओपी पाल
कवर्धा पुलिस को इन नक्सलियों के मामले में सूचना मिली. इसके बाद पुलिस ने दोनों से संपर्क किया और नक्सलियों ने प्रशासन की विचारधारा से अवगत कराया. इसे लेकर दुर्ग रेंज के आईजी ओपी पाल के मौजूदगी में सोमवार को पुलिस अधीक्षक दफ्तर में प्रेस कांफ्रेंस करके मामले का खुलासा किया है.
आईजी पाल ने समर्पण किए नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि के रूप में 10-10 हजार रुपये दिये हैं. आईजी ओपी पाल ने बताया कि कबीरधाम जिले के भोरमदेव बोड़ला एरिया कमेटी के सचिव करण और सदस्य अनिता दोनों नक्सलियों ने पुलिस और प्रशासन की नीतियों और पुनर्वास से प्रभावित होकर समर्पण किया है.