कवर्धा: छत्तीसगढ़ के कवर्धा मुख्यालय से लगे भागुटोला गांव में एक परिवार के 9 लोग फूड प्वॉइजनिंग के शिकार हो गए. बीमारों में बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल है. बताया जा रहा है कि रविवार रात को परिवार के लोगों ने मशरूम की सब्जी खाई थी. जिसके बाद रात दो बजे पांच साल की बच्ची बिंदा की तबीयत बिगड़ गई. देखते ही देखते परिवार के दूसरे बुजुर्ग और बच्चे पेट दर्द और उलटी की शिकायत करने लगे. हालात बिगड़ता देख रात तीन बजे डायल 112 को फोन किया गया. संजीवनी एक्सप्रेस के जरिए सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां सभी का इलाज जारी है.(food poisoning in Bhagutola village of Kawardha )
मशरूम खाने के बाद हुए बीमार: परिवार के मुखिया गौकुर साहू ने बताया की रात में उन्होंने बास पिहरी (मशरूम ) की सब्जी खाई थी. खाना खाने के बाद सभी सो गए थे. फिर अचानक रात दो बजे एक-एक कर सभी को पेट दर्द होने लगा. फूड प्वॉइजनिंग के शिकार हुए भागुटोला गांव के रहने वाले 50 साल के गौकुर साहू , आरती साहू 19 साल, भक्ति साहू 17 साल, बिंदा साहू 5 साल, उमेश्वरी साहू 5 साल, दामेश्वरी साहू 5 साल, प्रतिभा साहू 6 साल, राधिका साहू 27 साल, रामानंद साहू 17 साल. सभी का जिला अस्पताल मे इलाज जारी है.
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क्या है फूड प्वॉइजनिंग: फूड प्वॉइजनिंग तब होती है जब खाया जाने वाला भोजन बैक्टीरिया, वायरस और दूसरे रोगाणुओं या विषैले तत्वों से संक्रमित होता है. बच्चे और बुजुर्ग फूड प्वॉइजनिंग के शिकार जल्दी होते हैं. क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है.
फूड प्वॉइजनिंग के लक्षण: इसके लक्षण खाना खाने के 2 से 6 घंटे के बाद दिखाई देने लगते हैं. पेट में दर्द, मरोड़ के साथ डायरिया, सिरदर्द, चक्कर आना, उलटी होना फूड प्वॉइजनिंग के लक्षण है. ऐसा होने पर बिना देर किए अस्पताल जाएं.