कवर्धा: बोड़ला विकासखंड के ग्राम पंचायत कापा में पूर्व सरंपच पर मनरेगा के काम में फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगा है. जिसकी शिकायत पर जांच की गई और रिपोर्ट के आधार पर जिला पंचायत सीईओ ने बोड़ला एसडीएम को पूर्व सरपंच से रुपए की रिकवरी के आदेश जारी किए हैं.
ग्राम पंचायत कापा में पूर्व सरपंच पर मनरेगा के कार्य मे फर्जी मास्टरोल भरकर लाखों रुपए भ्रष्टाचार करने का मामला सामने आया है. इस बात की शिकायत ग्रामीणों ने मंत्री मोहम्मद अकबर से और जिला पंचायत सीईओ से की थी. जिसपर जांच के आधार पर सामने आई रिपोर्ट में सरपंच के काले कारनामों का भंडाफोड़ हुआ है. रिपोर्ट के आधार पर जिला पंचायत सीईओ ने बोड़ला एसडीएम को पूर्व सरपंच दुरपति साहू से गबन की गई मनरेगा कार्य की 01 लाख 80 हजार 400 रुपए की रिकवरी करने का आदेश जारी किए है.
पूर्व सरपंच ने मस्टरोल में भरा परिवार के सदस्यों का नाम
साल 2020 में पंचायत की तरफ से गांव के एक बैगा के खेत के पास मनरेगा योजना के तहत तालाब गहरीकरण किया जाना बताया था, लेकिन उक्त स्थान पर किसी प्रकार का तालाब गहरीकरण का कार्य नहीं किया गया और अपने परिवार के सदस्यों के नाम से मस्टरोल भर दिया गया था. जिसकी शिकायत गांव के तुलाराम, देहरा, टेसराम, डुमेश, लोकचन्द ने जिला पंचायत सीईओ और मंत्री मोहम्मद अकबर को की और मामले की जांच करने मांग की थी.
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जिला पंचायत सीईओ ने रिकवरी के दिए आदेश
जिस पर जिला पंचायत सीईओ ने जांच टीम बनाई और मामले की जांच की गई. जांच में मामला सही पाया गया, जिसके जिला पंचायत सीईओ ने एसडीएम बोड़ला को आदेश जारी करते हुए तत्कालीन सरपंच दुरपति साहू के खिलाफा कार्रवाई कर गबन की गई 1 लाख 80 हजार 400 रुपए की रिकवरी करने का आदेश जारी किया है.
प्रशासन की इस कार्रवाई से ग्रामीणों में खुशी है और सभी ने जिला पंचायत सीईओ और मंत्री को धन्यवाद भी दिया.