जगदलपुर : शहर के गांधी मैदान में शुक्रवार को दिव्यांग बच्चों के लिए क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस मैच में दिव्यांग बच्चों ने बेहतर खेल का प्रदर्शन किया. समाज कल्याण विभाग ने इस 2 दिवसीय दृष्टिबाधित दिव्यांग क्रिकेट मैच का आयोजन किया था, जिसमें 4 संभाग के 80 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया.
गांधी मैदान में राजनांदगांव और बस्तर के टीम के बीच फाइनल मैच खेला गया. इस मैच में बस्तर की टीम ने बाजी मारते हुए जीत अपने नाम की. पहली बार आयोजित हुई इस मैच में मुख्य अतिथि के रूप में बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल शामिल हुए. उन्होंने विजेता टीम को 11 हजार रुपये का पुरस्कार देकर सम्मानित किया. दूसरे और तीसरे स्थान पर आई टीम को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया.
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समाज कल्याण विभाग की अधिकारी वैशाली ने बताया कि विभाग ने बस्तर जिले में दो दिवसीय दृष्टिबाधित दिव्यांग बच्चों के लिए क्रिकेट मैच का आयोजन किया था. इस मैच में प्रदेश के 4 संभाग के कुल 80 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. शुक्रवार को इस क्रिकेट मैच का फाइनल मुकाबला राजनांदगांव और बस्तर के टीम के बीच हुआ. अधिकारी ने बताया कि दृष्टिबाधित दिव्यांग होने के बावजूद बच्चों ने अच्छा खेल का प्रदर्शन किया और इस आयोजन को कराने के लिए भी जिला प्रशासन ने पूरा योगदान दिया. जिला प्रशासन ने बच्चों के रुकने से लेकर कोरोना को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी व्यवस्था दुरुस्त की गई थी.
दिव्यांग क्रिकेट प्रतियोगिता में हर टीम में 11 खिलाड़ी शामिल थे. इस प्रतियोगिता में शामिल खिलाड़ियों को तीन कैटेगरी बी वन, बी टू और बी थ्री में रखा गया था, जिसमें बी वन कैटेगरी में पूर्ण रूप से दृष्टिबाधित, बी टू में 60-70 और बी थ्री में 40 फीसदी दृष्टि बाधित खिलाड़ियों को रखा गया. प्रतियोगिता में 6 ओवर का मैच खेला गया. नियम ये था कि बी वन कैटेगरी का बल्लेबाज जो रन बनाता है उसे स्कोर बोर्ड पर दोगुना लिखा जाता था. जबकि बी टू और बी थ्री कैटेगरी के बल्लेबाज के रनों की गणना सामान्य होती थी.