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बस्तर में स्कूल खुलने से खिल उठे छात्रों के चेहरे - principal entered

लंबे समय के बाद स्कूलों के खोले जाने के आदेश (orders to open schools) के बाद बस्तर (Bastar) जिले में कई स्कूलों में पहले दिन से ही पढ़ाई शुरू हो गई. छात्र पूरे उत्साह (excitement) के साथ स्कूल पहुंचे. एहतियात के तौर पर स्कूलों में शासन के तय सभी मानदंडों (norms) को गंभीरता (seriousness) से लागू किया जा रहा है.

The face of the students blossomed after the opening of the school
कोरोना काल में स्कूलों का हाल
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Published : Sep 3, 2021, 5:39 PM IST

Updated : Sep 3, 2021, 6:03 PM IST

जगदलपुरः राज्य शासन से आदेश मिलने के बाद बस्तर जिले में भी प्राथमिक और हाई स्कूल की कक्षाएं शुरू कर दी गई है. 6 वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक बस्तर में स्कूलों का संचालन हो रहा है. करीब डेढ़ साल के बाद अपने स्कूल (School) पहुंचे छात्रों (students) में स्कूल खुलने को लेकर काफी खुशी (Happiness) देखने को मिली.

स्कूल खुलने से खिले छात्रों के चेहरे

स्कूल प्रबंधन (school management) ने भी कोरोना (corona) से बचने के सारे नियमों का पालन बच्चों से करवाया. जिले के सरकारी और प्राइवेट स्कूल (government and private schools) में पहले से ही स्कूल प्रबंधन (school management) ने तैयारियां दुरुस्त कर रखी थीं. स्कूल पहुंचे छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग (thermal screening) करने के साथ ही उन्हें सैनिटाइजेशन के बारे में बताया गया.

पहले दिन ही सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में बड़ी संख्या में छात्र (student) उपस्थित हुए. ईटीवी भारत की टीम ने शहर के भगत सिंह स्कूल में पहुंचकर पहले दिन की शैक्षणिक गतिविधियों (academic activities) का हाल जाना. यहां छठवीं, सातवीं, आठवीं, नौवीं और 11वीं की कक्षाएं संचालित मिलीं. स्कूल पहुंचे छात्रों को सबसे पहले यहां थर्मल स्क्रीनिंग (thermal screening) की गई. उसके बाद सैनिटाइजर इस्तेमाल करने के बाद स्कूल में प्रवेश दिया गया.

राहत वाली बात यह रही कि इस जांच के दौरान एक भी छात्र की तबीयत खराब नहीं थी. कक्षाओं में भी बच्चे अनिवार्य रूप से मास्क (essential masks) पहने हुए थे. हालांकि इस स्कूल में बैठक व्यवस्था सही नहीं दिखी. नियम के अनुसार एक छात्र को एक बेंच (bench) पर बैठाया जाना है, लेकिन एक ही बेंच पर 2 छात्र बैठे दिखाई दिए.

कोरोना गाइडलाइन का हो रहा पालन

इस मामले में स्कूल के प्राचार्य (principal) ने कहा कि कुछ दिन पहले ही सभी कक्षाओं को सैनिटाइजेशन (sanitization) किया गया है. साथ ही एक साथ बस्तर संभाग के पूरे स्कूल के चपरासी हड़ताल (Peon Strike) पर चले गए, इसकी वजह से व्यवस्था थोड़ी चरमरा (system a bit broken) गई है. फिर भी कोरोना (corona) के सारे नियमों का पालन करा कर ही बच्चों को कक्षा में प्रवेश (class admission) दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि भगत सिंह स्कूल के प्राथमिक शाला, माध्यमिक शाला और हाई स्कूल की कक्षाएं संचालित (conduct classes) हैं. दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं तो पहले से ही संचालित हो रही हैं. अब अन्य कक्षाओं के भी पढ़ाई स्कूल (study school) में पढ़ाई शुरू कर दी गई है. प्राचार्य ने कहा कि पालकों पर अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कोई दबाव नहीं डाला जा रहा है.

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पहले दिन 214 विद्यार्थी रहे उपस्थित

बावजूद इसके पहले ही दिन स्कूल खुलने की खुशी में बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित हुए. प्राचार्य (principal) ने बताया कि आज डेढ़ साल के बाद स्कूल खुलने से पहले ही दिन 9वी में 31 छात्र, दसवीं में 26, 11वीं में 30 और 12वीं में 20 बच्चे स्कूल पहुंचे. साथ ही छठवीं, सातवीं, आठवीं और प्राथमिक शाला के 100 से अधिक बच्चे स्कूल पहुंचे. कुल मिलाकर पहले दिन ही 214 बच्चों की उपस्थिति (Presence) स्कूल में देखने को मिली.

नियमित स्कूल चलाए जाने को लेकर छात्रों ने जताई इक्छा

इधर, स्कूल खुलने से बच्चों में भी काफी खुशी देखने को मिली. छात्रों ने बताया कि वह ऑनलाइन क्लास (online class) में अच्छे से नहीं पढ़ पा रहे थे. नेटवर्क (Network) नहीं होने की वजह से उनकी पढ़ाई भी नहीं हो पाती थी. कई बच्चों के पास मोबाइल (mobile) भी नहीं होने की वजह से उन्होंने एक दिन भी ऑनलाइन क्लास अटेंड (online class attend) नहीं किया. ऐसे में अब स्कूल खुलने से और शिक्षकों के द्वारा पढ़ाए जाने से उनमें काफी खुशी है. उन्होंने अब नियमित स्कूल संचालित (regular school run) किए जाने की इच्छा व्यक्त की.

जगदलपुरः राज्य शासन से आदेश मिलने के बाद बस्तर जिले में भी प्राथमिक और हाई स्कूल की कक्षाएं शुरू कर दी गई है. 6 वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक बस्तर में स्कूलों का संचालन हो रहा है. करीब डेढ़ साल के बाद अपने स्कूल (School) पहुंचे छात्रों (students) में स्कूल खुलने को लेकर काफी खुशी (Happiness) देखने को मिली.

स्कूल खुलने से खिले छात्रों के चेहरे

स्कूल प्रबंधन (school management) ने भी कोरोना (corona) से बचने के सारे नियमों का पालन बच्चों से करवाया. जिले के सरकारी और प्राइवेट स्कूल (government and private schools) में पहले से ही स्कूल प्रबंधन (school management) ने तैयारियां दुरुस्त कर रखी थीं. स्कूल पहुंचे छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग (thermal screening) करने के साथ ही उन्हें सैनिटाइजेशन के बारे में बताया गया.

पहले दिन ही सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में बड़ी संख्या में छात्र (student) उपस्थित हुए. ईटीवी भारत की टीम ने शहर के भगत सिंह स्कूल में पहुंचकर पहले दिन की शैक्षणिक गतिविधियों (academic activities) का हाल जाना. यहां छठवीं, सातवीं, आठवीं, नौवीं और 11वीं की कक्षाएं संचालित मिलीं. स्कूल पहुंचे छात्रों को सबसे पहले यहां थर्मल स्क्रीनिंग (thermal screening) की गई. उसके बाद सैनिटाइजर इस्तेमाल करने के बाद स्कूल में प्रवेश दिया गया.

राहत वाली बात यह रही कि इस जांच के दौरान एक भी छात्र की तबीयत खराब नहीं थी. कक्षाओं में भी बच्चे अनिवार्य रूप से मास्क (essential masks) पहने हुए थे. हालांकि इस स्कूल में बैठक व्यवस्था सही नहीं दिखी. नियम के अनुसार एक छात्र को एक बेंच (bench) पर बैठाया जाना है, लेकिन एक ही बेंच पर 2 छात्र बैठे दिखाई दिए.

कोरोना गाइडलाइन का हो रहा पालन

इस मामले में स्कूल के प्राचार्य (principal) ने कहा कि कुछ दिन पहले ही सभी कक्षाओं को सैनिटाइजेशन (sanitization) किया गया है. साथ ही एक साथ बस्तर संभाग के पूरे स्कूल के चपरासी हड़ताल (Peon Strike) पर चले गए, इसकी वजह से व्यवस्था थोड़ी चरमरा (system a bit broken) गई है. फिर भी कोरोना (corona) के सारे नियमों का पालन करा कर ही बच्चों को कक्षा में प्रवेश (class admission) दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि भगत सिंह स्कूल के प्राथमिक शाला, माध्यमिक शाला और हाई स्कूल की कक्षाएं संचालित (conduct classes) हैं. दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं तो पहले से ही संचालित हो रही हैं. अब अन्य कक्षाओं के भी पढ़ाई स्कूल (study school) में पढ़ाई शुरू कर दी गई है. प्राचार्य ने कहा कि पालकों पर अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कोई दबाव नहीं डाला जा रहा है.

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पहले दिन 214 विद्यार्थी रहे उपस्थित

बावजूद इसके पहले ही दिन स्कूल खुलने की खुशी में बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित हुए. प्राचार्य (principal) ने बताया कि आज डेढ़ साल के बाद स्कूल खुलने से पहले ही दिन 9वी में 31 छात्र, दसवीं में 26, 11वीं में 30 और 12वीं में 20 बच्चे स्कूल पहुंचे. साथ ही छठवीं, सातवीं, आठवीं और प्राथमिक शाला के 100 से अधिक बच्चे स्कूल पहुंचे. कुल मिलाकर पहले दिन ही 214 बच्चों की उपस्थिति (Presence) स्कूल में देखने को मिली.

नियमित स्कूल चलाए जाने को लेकर छात्रों ने जताई इक्छा

इधर, स्कूल खुलने से बच्चों में भी काफी खुशी देखने को मिली. छात्रों ने बताया कि वह ऑनलाइन क्लास (online class) में अच्छे से नहीं पढ़ पा रहे थे. नेटवर्क (Network) नहीं होने की वजह से उनकी पढ़ाई भी नहीं हो पाती थी. कई बच्चों के पास मोबाइल (mobile) भी नहीं होने की वजह से उन्होंने एक दिन भी ऑनलाइन क्लास अटेंड (online class attend) नहीं किया. ऐसे में अब स्कूल खुलने से और शिक्षकों के द्वारा पढ़ाए जाने से उनमें काफी खुशी है. उन्होंने अब नियमित स्कूल संचालित (regular school run) किए जाने की इच्छा व्यक्त की.

Last Updated : Sep 3, 2021, 6:03 PM IST
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