बीजापुर : बस्तर संभाग में चलाए जा रहे नक्सली उन्मूलन अभियान एवं पुलिस की विशेष पहल के कारण माड़ डिविजनल कमेटी से जुड़े नक्सली ने सरेंडर (Mithu Kashyap surrender in Bijapur ) किया है. सरेंडर करने वाले नक्सली का नाम मीठू कश्यप है. मीठू इन्द्रावती एरिया कमेटी के मिलिट्री प्लाटून नम्बर 16 के डिप्टी कमाण्डर के तौर पर काम करता था. मीठू पर पुलिस ने 8 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था. मीठू को साल 2008 में मिलिट्री प्लाटून नम्बर 16 में संगठन सदस्य के तौर पर भर्ती किया गया था. जहां उसने तीन माह तक भैरमगढ़ एरिया कमेटी अन्तर्गत मिरतुर क्षेत्र में भ्रमण किया. बाद में माड़ डिविजन के जाटलूर एलओएस कमाण्डर जरीना के साथ एक साल तक माड़ क्षेत्र में काम किया.
किन वारदातों में था शामिल : मीठू कश्यप ने दिसंबर 2009 में कंपनी नंबर 1 के साथ जिला नारायणपुर बट्टूम क्षेत्र में पुलिस टीम पर एंबुश लगाकर फायरिंग की. इस घटना में पुलिस के दो जवान शहीद हुए थे. नक्सलियों ने इस वारदात में जवानों के हथियार भी लूटे थे. वहीं 7 फरवरी 2019 में इंद्रावती एरिया में ताड़बल्ला-बोड़गा के बीच जंगल प्रशिक्षण शिविर में पुलिस टीम के साथ हुई मुठभेड़ में भी मीठू कश्यप शामिल था.
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नक्सली उन्मूलन अभियान से हुआ प्रभावित : मीठू कश्यप ने उप महानिरीक्षक केंद्रीय रिजर्व पुलिस ऑप्स बीजापुर कोमल सिंह, एसएसपी बीजापुर कमलोचन कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बीजापुर डाॅ.पंकज शुक्ला, उप पुलिस अधीक्षक आशीष कुंजाम, उप पुलिस अधीक्षक ऑप्स सुदीप सरकार के सामने सरेंडर किया है. मीठू की माने तो नक्सलियों का साथ देने पर उसे जीवन में कुछ हासिल नहीं हुआ.खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार और प्रताड़ना से तंग आकर मीठू ने शांति का रास्ता चुना है. छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत अब मीठू कश्यप उर्फ फगनू समाज की मुख्य धारा में लौट आया है.