जगदलपुर : बस्तर जिले के लौहण्डीगुडा से एक 4 महीने के मासूम के अपरहण का मामला पुलिस के लिए और भी उलझता जा रहा है. पुलिस ने जिस बच्चे को बरामद किया था, उस बच्चे को अपना बताने वाली दोनों मां का डीएनए टेस्ट कराया गया था. टेस्ट के मुताबिक बच्चे को जिस महिला के पास से बरामद किया गया, वह बच्चा उसी का निकला.
दरअसल, बीते 11 मई को लौहण्डीगुडा थाना क्षेत्र के बहारगुडापारा से एक 4 महीने के मासूम को घर से अपरहण करने का मामला सामने आया था, पुलिस द्वारा पतासाजी के बाद कुछ दिन पूर्व शहर के नया बस स्टैण्ड से एक महिला के पास से एक बच्चे को बरामद किया गया था. पुलिस ने जिस बच्चे को अपरहण हुआ बच्चा होने की बात कही थी, लेकिन उस बरामद बच्चे का अपना होने का दावा करने वाली दो मां की आपसी लड़ाई के बाद बच्चे का डीएनए टेस्ट कराने का पुलिस ने निर्णय लिया गया था.
डीएनए रिपोर्ट आने पर बरामद बच्चे की असल मां कौन है, यह साबित हो गया है. इसके पास से बच्चा बरामद किया गया था, वही महिला यानी सविता यादव को असली मां होना बताया गया है. इधर पुलिस को अपरहण हुए बच्चा का कोई सुराग नहीं मिला है.
पुलिस का कहना है कि अपरहणकर्ता का स्कैच बनाकर छत्तीसगढ के सभी थानों के साथ-साथ दूसरे राज्यों की पुलिस को भी भेजा गया है. पुलिस बच्चे की खोजबीन मे लगी हुई है. वहीं करीब दो महीने तक बच्चे को पालनाघर में रखने के बाद उसके असल मां को आज सौंप दिया गया है. इधर, असली मां का खुलासा होने के बाद भी अपरहण हुए बच्चे के पीड़ित परिवार अब भी मानने को तैयार नहीं है कि वह बच्चा उनका नहीं है.