दुर्गः जिले के मोहन नगर पुलिस ने तीन सप्ताह पूर्व हुए अंधे कत्ल की गुत्थी (blind murder mystery) पुलिस ने सुलझा ली है. मामले में पुलिस ने दो सगे भाइयों सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार (Five accused arrested) किया है. मामले को सुलझाने वाले पुलिस कर्मियों को एसएसपी ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है.
इस अंधे कत्ल पर एसपी बद्रीनारायण मीणा ने बताया कि इस मामले का खुलासा इसलिए भी अहम है क्योंकि घटना स्थल के आसपास किसी प्रकार का सीसीटीवी फुटेज (cctv footage) पुलिस को नहीं मिला. 8 नवंबर को देशी शराब दुकान के पास जब शव को बरामद किया गया था. तब उसकी हालत बहुत खराब थी और शव को कुत्ते नोंच रहे थे. पीएम कराने के बाद मृतक के कपड़ों पर उसके शरीर पर बने टैटू से मृतक की पहचान आकाश साहू निवासी बांबे आवास उरला के रूप में हुई.
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धमकी के बाद शुरू हुआ था विवाद
पुलिस ने हत्याकांड के बाद से आरोपियों की पतासाजी शुरू कर दी थी. मृतक आकाश साहू के दोस्तों की जानकारी जुटाई गई. इस दौरान पुलिस ने उरला निवासी सुजीत मौर्य, सुधीर मौर्य, दीपक विश्वकर्मा, शुभम उर्फ मोनू, व राजकुमार शाह को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पहले तो सभी टालमटोल करते रहे लेकिन बाद में हत्या की बात कबूल कर ली.
आरोपियों ने बताया कि आकाश साहू ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा देने की धमकी दी थी. जिसकी वजह से विवाद शुरू हुआ. इस बात से नाराज सुजीत ने अपने भाई व अन्य लोगों के साथ मिलकर हत्या की प्लानिंग की और प्लांनिग के तहत आरोपियों ने मृतक आकाश साहू को शराब पिलाने के बहाने दुर्ग ट्रांसपोर्ट नगर के देसी शराब दुकान के पास ले गए. वहां मौका पाकर उसके गले में चाकू से वार कर बुरी तरह जख्मी कर दिया. इसके बाद आकाश की मौत हो गई.
कुत्तों ने बिगाड़ दी थी मृतक की पहचान
दो दिनों तक शव को कुत्तों ने नोंच-नोंच कर शव को बुरी तरह क्षत-विक्षत कर दिया. मृतक की पहचान करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. पुलिस ने आरोपियों द्वारा घटना में इस्तेमाल किया गया लोहे का धारदार चाकू व घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल जब्त कर लिया गया है. अंधे कत्ल गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस की 6 टीमें गठित की गई. आरोपियों ने हत्या की वजह आपसी विवाद बताया है. फिलहाल पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है.