जगदलपुर : आज से 2 वर्ष पूर्व जगदलपुर की महापौर सफीरा साहू (Jagdalpur Mayor Safira Sahu) ने वटवृक्ष को रक्षा सूत्र बांधकर उसकी सुरक्षा की कसम ली थी. और अब 2 साल बाद उसी को कटवाने के लिए महापौर ने वन विभाग को सुविधाएं उपलब्ध करवा दीं. नगर के विकास के लिए बीते 3 वर्षों में कई इमारतों का निर्माण जगदलपुर में किया गया.ऐसे ही एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण के दौरान नगर के पुराना बस स्टैंड चौक में 100 साल पुराने वट वृक्ष को काटने की नौबत आन पड़ी .
पहले जगदलपुर के पर्यावरण प्रेमियों ने इसका विरोध किया तो स्वयं महापौर भी इस विरोध में शामिल हो गयीं. महापौर ने जनसाधारण के बीच वट वृक्ष को रक्षा सूत्र बांधा और उसकी सुरक्षा का भरोसा भी दिया. ठीक 2 साल बाद इस वट वृक्ष को दिनदहाड़े काट दिया गया. जैसे ही यह बात लोगों तक पहुंची, लोगों ने सोशल मीडिया में महापौर और नगर निगम के खिलाफ टिप्पणियां करनी शुरू कर (Jagdalpur mayor accused of cutting old tree ) दी.
भारतीय जनता पार्टी ने भी इस मामले पर 2 घंटे का मौन प्रदर्शन आयोजित किया. इसी मुद्दे पर जगदलपुर शहर में पर्यावरण प्रेमियों ने वटवृक्ष वाली जगह पर खेद स्वरूप दीप प्रज्वलन के कार्यक्रम का भी ऐलान कर दिया है. लोग इस बात से सकते में हैं कि आखिर वट वृक्ष रक्षा सूत्र बांधने के बाद महापौर ने किन परिस्थितियों में इसे कटवाने में मदद की.
इधर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे का कहना है कि ''यह कार्य नगर निगम का कुकृत्य है. नगर निगम संवेदनहीन हो चला है. नगर की महापौर केवल झूठ बोलने में माहिर है. जिसके खिलाफ भाजपा अब एफआईआर दर्ज करवाने थाने जाएंगे. साथ ही यह भी बताया कि जो महापौर बहन भाई की रक्षा नहीं कर सकती वो शहर की क्या रक्षा करेगी.
वहीं महापौर सफिरा साहू ने कहा कि ''भाजपा के पास कोई दूसरा मुद्दा नहीं है. इसलिए वह ऐसे मुद्दों को उठा रही है. वट वृक्ष की कटाई का जिम्मेदार वन विभाग है नगर निगम (jagdalpur nagar nigam ) नहीं.''