धमतरी: धमतरी जिले में हाथियों का आतंक है. तस्वीरें भी लगातार सामने आ रही है. खास तौर पर पिछले दिनों डूबान इलाके में हाथियों के हमले में दो लोगों की मौत हो गई. हाथी रोजाना फसल रौंद रहे हैं. इन घटनाओं से इतनी दहशत फैल गई है कि चार गांवों में स्कूल ही नहीं लग रहे हैं. हाथियों के डर से लोग अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं और शिक्षा सीधे तौर पर प्रभावित हो रही है. Education in elephant affected areas Dhamtari
बच्चों को गजराज वाहन से ले जा रहे स्कूल: वन विभाग के रेंजर महादेव कनौजे ने बताया कि ''डुबान इलाके के हरफर गांव में एक दंतैल हाथी विचरण कर रहा है. 2 दंतैल हाथी चारामा बार्डर की ओर देखे गए हैं. किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो, इसके लिए स्कूली बच्चों को गजराज वाहन से स्कूल ले जाया जा रहा है. गांव में मुनादी कराई जा रही है. ग्रामीणों के साथ बैठक कर उन्हें सतर्क रहने की हिदायत दी जा रही है.'' Dhamtari gajraj vehicle elephant
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हाथी के लोकेशन की जानकारी वन विभाग नहीं दे रहा: हालांकि पिछले दिनों ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि "हाथी के सही लोकेशन की जानकारी वन विभाग नहीं दे पाता है. जिस स्थान से हाथी गुजर जाता है, उसके बाद ग्रामीणों को उसकी जानकारी दी जाती है." वन विभाग के पास सिर्फ एक गजराज वाहन ही है. ऐसे में हर गांव में ये सुविधा नहीं दी सकती.
ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए मुनादी कराई: धमतरी कलेक्टर पी एस एल्मा का कहना है कि "डुबान इलाके में दो हाथियों का दल है. वन विभाग नजर बनाए हुए है. कोशिश की जा रही है कि हाथी गांव तक ना पहुंचें. जंगल में ही विचरण करें. राजस्व और वन विभाग अमला जुटा हुआ है. ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए मुनादी कराई जा रही है.''