मुंगेली: लोरमी के अचानकमार टाइगर रिजर्व (Achanakmar Tiger Reserve Bilaspur ) के सुरही रेंज में कुछ दिनों पहले 28 मार्च को तीर धनुष समर्पण अभियान चलाया गया था. जिसका अब वनांचल के एटीआर संघर्ष समिति द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है. दरअसल एटीआर संघर्ष समिति के सदस्यों का आरोप है कि बैगा आदिवासियों को प्रतियोगिता के नाम पर गुमराह कर उनके पारंपरिक हथियार तीर- धनुष और गुलेल को जमा कराया गया है. यदि जमा कराए गए तीर - धनुष को 10 दिनों के भीतर सम्मानपूर्वक वापस नहीं दिया गया तो समिति की ओर से उग्र आंदोलन होगा.
सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन : एटीआर संघर्ष समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री, वनमंत्री, मुंगेली कलेक्टर सहित विभाग के डीएफओ को लिखित में ज्ञापन भी सौंपा है. पूरे मामले को लेकर एटीआर संघर्ष समिति (ATR Sangharsh Committee) के कार्यकारिणी अध्यक्ष दिलहरण टेकाम ने कहा उस दिन केवल तीरंदाजी प्रतियोगिता ही हुआ है. वहां पर किसी भी प्रकार का धनुष तीर समर्पण नहीं हुआ है जबकि वन विभाग के द्वारा अपने वाहवाही के लिए समाचार पत्रों में ऐसी जानकारी दी गई है यह सरासर झूठ है. इससे आदिवासियों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है. जिन लोगों से समर्पण करवाया गया है वह किसी भी प्रकार का शिकार नहीं करते हैं. यदि दस दिनों के भीतर मांग पूरी नही हुई तो एटीआर संघर्ष समिति के सदस्यों एवं वनांचल के आदिवासियों के द्वारा वन परिक्षेत्र रेंज ऑफिस का घेराव एवं अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज करने की चेतावनी दी है.
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रंगारंग कार्यक्रम कर कराया था समर्पण : बीते 28 मार्च को अचानकमार टाइगर रिजर्व के सुरही वनग्राम में एटीआर प्रशासन ने क्षेत्रीय विधायक धरमजीत सिंह को बकायदा तीरंदाजी प्रतियोगिता का मुख्य अतिथि बनाकर इस कार्यक्रम का आयोजन कराया था. जिसमें विधायक के हाथों से कुल 47 प्रतिभागियों को उनके पारंपरिक हथियार धनुष-बाण जमा करने के लिए दो-दो हजार रुपये की राशि और शाल श्रीफल देकर सम्मानित भी कराया गया था.